सार

अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन करने वाले पूर्व डिप्टी सीएम पर फिलहाल आलाकमान ने किसी तरह का एक्शन नहीं लिया है। पर सोमवार 17 अप्रैल से पायलट फिर से लंबी उड़ान भरने की तैयारी कर ली है। वे प्रदेश के कई जिलो में शक्ति प्रदर्शन करते हुए जनसभा करने वाले है।

जयपुर (jaipur). पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलकर अनशन करने वाले सचिन पायलट किसी भी कार्रवाई से फिलहाल बच गए हैं। कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें 6 साल तक के लिए पार्टी से निष्कासित किया जा सकता है या फिर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जा सकता है, लेकिन फिलहाल दोनों ही कार्रवाई टलती नजर आ रही है और इसके अलावा बड़ी बात यह है कि सचिन पायलट फिर से शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। पायलट पर फिलहाल किसी भी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया गया है । पायलट ने अब सोमवार से नई तैयारी कर ली है ।

जनसभाओं को करेंगे संबोधित

दरअसल सचिन पायलट 17 अप्रैल यानी सोमवार को जयपुर और झुंझुनू में कई बड़ी जनसभाओं में शामिल होंगे और उन्हें संबोधित करेंगे। कल सबसे पहले जयपुर के शाहपुरा क्षेत्र में परमानंद धाम में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे और उसके बाद इसी कार्यक्रम में बड़ी जनसभा को लीड करेंगे । इस कार्यक्रम में हजारों समर्थक जुड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं ।

अलग शहरों में होंगी जनसभाए

जयपुर के इस कार्यक्रम के बाद कुछ देर में यानी दोपहर करीब 2:00 व झुंझुनू जिले के खेतड़ी कस्बे में टीबा बसई गांव में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। यह जनसभा एक मूर्ति अनावरण कार्यक्रम होगा। शहीद शिवराम गुर्जर की मूर्ति सचिन पायलट के हाथों लगवाई जा रही है। जयपुर और झुंझुनू में जिन विधानसभा सीटों पर पायलट जा रहे हैं यह विधानसभा सीटें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी नेताओं की है।

इसलिए सचिन कर रहे यहां जनसभा

दरअसल शाहपुरा सीट पर सचिन पायलट ने अपने साथी मनीष यादव को 2018 में टिकट दिलवाया था, लेकिन वह निर्दलीय उम्मीदवार आलोक बेनीवाल से चुनाव हार गए थे। आलोक बेनीवाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मदद से खड़े हुए थे और चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। वही झुंझुनू जिले के खेतड़ी क्षेत्र से डॉक्टर राजकुमार शर्मा विधायक है और वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद करीबी हैं। कुछ दिन पहले ही उनको मुख्यमंत्री का सलाहकार भी नियुक्त किया गया है। ऐसे में खेतड़ी और शाहपुरा सीटों पर सचिन पायलट के समर्थक ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने की कोशिश में है।

दोनों ही जगहों पर बड़ा पंडाल लगाया गया है। सचिन पायलट अब बेखौफ हैं और वह बड़ी तैयारी के साथ दोनों ही जिलों में जा रहे हैं।

इसे भी पढ़े- सचिन पायलट के अनशन को लेकर दिल्ली में हुई बैठक, आलाकमान के कई नेता रहे मौजूद, लेकिन...