सार
राजस्थान में सरकार द्वारा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए चलाई जा रही चिरंजीवी योजना का दायरा और बढ़ा दिया है। इस योजना के तहत दूसरे स्टेट में जाकर भी बॉडी पार्ट ट्रांसप्लांट करा सकेगे। इलाज के लिए जाने पर हवाई खर्च भी सरकार वहन करेगी।
जयपुर (jaipur News). राजस्थान में चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार एक के बाद एक नई घोषणाएं कर रहे हैं। सभी महिलाओं को राजस्थान में किराए में आधी छूट की तो कभी राजस्थान में किसानों को फ्री बिजली की। इसी बीच सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान के लिए एक बड़ी घोषणा की है। इस घोषणा के मुताबिक राजस्थान में चल रही चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अब जरूरत पड़ने पर दूसरे प्रदेश में जाकर भी बॉडी का पार्ट ट्रांसप्लांट करवाया जा सकता है। बकायदा हवाई यात्रा का खर्चा भी सरकार ही वहन करेगी।
चिरंजीवी योजना के तहत बॉडी ट्रांसप्लांट को किया है कवर
अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शुभ्रा सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा की अनुपालन में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी परिवारों को राज्य के बाहर किसी भी अस्पताल में पैकेज की सीमा राशि तक अंग प्रत्यारोपण के 37 पैकेज पर व्यय राशि पुनर्भरण करने का प्रावधान है। जो अब पूरी तरह से लागू हो चुकी है। इस योजना के तहत लीवर,किडनी, फेफड़े,दिल कवर है। हालांकि अंग प्रत्यारोपण के लिए नेशनल, स्टेट ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन द्वारा मान्यता प्राप्त अस्पताल के बिल ही मान्य किए जाएंगे।
राजस्थान में इतने लोग ले चुके है चिरंजीवी योजना का लाभ
आपको बता दें कि साल 2022-23 में 5 लाख से अधिक खर्च के 273 लाभार्थी और साल 2023- 24 मई अभी तक 121 लाभार्थियों को कैशलेस उपचार दिया गया है। दरअसल चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना और निशुल्क निरोगी राजस्थान प्रदेश सरकार ने साल 2021 में लागू की थी। जिसके तहत प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी की सेवाएं पूरी तरह से निशुल्क है। इतना ही नहीं महंगी से महंगी दवाई भी फ्री में मिल जाती है। इसके अलावा चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 25 लाख की राशि का प्रावधान एक पॉलिसी वर्ष के लिए किया जाता है। उसके बाद दोबारा नया साल शुरू होने पर यह वापिस शून्य होकर 25 लाख हो जाती है।
इसलिए सरकार ने दूसरे स्टेट में बॉडी पार्ट ट्रांसप्लांट का खर्च उठाने का जिम्मा लिया
आपको बता दें कि भले ही राजस्थान सरकार चिकित्सा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान हासिल कर रही हो लेकिन राजस्थान आज भी दूसरे राज्यों की तुलना में चिकित्सा क्षेत्र के मामले में पिछड़ा हुआ है। इसलिए राजस्थान में आज भी कई इलाज ऐसे हैं जो लोगों को यहां नहीं मिल पाते हैं इसलिए उन्हें मजबूरन दूसरे प्रदेश में जाकर इलाज करवाना पड़ता है। चिकित्सा के जानकारों की मानें तो बॉडी पार्ट ट्रांसप्लांट भी राजस्थान की बजाय दूसरे स्टेट में ज्यादा बेहतर होता है।
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