सार
राजस्थान से बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश पुलिस की एटीएस और एसओजी ने मिलकर 7 आरोपियों को अरेस्ट किया है।100 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेनदेन मिला है। ये सभी रुपया साइबर फ्रॉड करके कमाया है। आप भी इंस्टाग्राम यूज करते है तो ना करे ये गलती।
जयपुर (jaipur news). इंस्टाग्राम यूज करने वाले देश के लाखों करोड़ों लोगों के लिए यह खबर बेहद महत्वपूर्ण है। राजस्थान की पुलिस एजेंसी एटीएस और एसओजी ने मिलकर इन 7 लड़कों को गिरफ्तार किया है। इन्होंने इंस्टाग्राम यूजर्स से करीब 100 करोड़ से भी अधिक का साइबर फ्रॉड किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह है कि यह लोग इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक करने का टास्क देते थे और उसके बाद कुछ पैसा यूजर्स को भेजते थे, ताकि उनका विश्वास बन जाए। बाद में और पेमेंट भेजने के नाम पर फ्रॉड करते थे। इस तरह की गैंग को पहली बार राजस्थान में पकड़ा गया है।
राजस्थान में पकड़ाए साइबर क्राइम के आरोपी
एटीएस इंस्पेक्टर श्रवण कुमार ने बताया कि 2 मई को दीपक शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने उसके साथ हुए इंस्टाग्राम फ्रॉड के बारे में केस दर्ज कराया था। फिर पुलिस ने जांच पड़ताल की तो बड़ा गिरोह पकड़ में आया। इंस्पेक्टर श्रवण कुमार ने बताया कि मुलजिम आनंद नेहरा सीकर, अभिषेक बाजिया सीकर, रवि साहू अजमेर, सचिन नामा अजमेर, सचिन ख्यालिया सीकर, देवीलाल सुथार राजसमंद और हरी शंकर जाट चित्तौड़गढ़ का रहने वाला है। यह लोग इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक करने के जॉब के बारे में जानकारी देते थे और उसके बाद लोगों को ठगते थे।
इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक का टास्क देकर करते थे ठगी
दीपक शर्मा नाम के व्यक्ति ने पुलिस को जो मुकदमा दर्ज कराया उसमें बताया कि इन लोगों ने मिलकर इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक करने का टास्क दिया। हर वीडियो लाइक करने के 50 रुपए से लेकर 100 रु. देने लगे। उसके बाद इन सारे वीडियो के लाइक करने के स्क्रीनशॉट्स को टेलीग्राम पर बने हुए ग्रुप पर मंगाने लगे। वहां पर अलग से चैटिंग करते और बताते कि एक, दो लाख इन्वेस्ट करने के बाद करोड़ों रुपया मुनाफा कमाया जा सकता है। यह लोग मुनाफा कमाने के नाम पर स्क्रीनशॉट भेजते और बताते कि इन लोगों ने भी इसी तरह से मुनाफा कमाया है।
राजस्थान पुलिस को पीड़ित ने साइबर क्राइम के बारे में दी जानकारी
दीपक शर्मा ने पुलिस को बताया कि उसने खुद और अपने परिचितों के करीब एक करोड़ 1 लाख इन लोगों के बैंक खातों में जमा कराएं, लेकिन बाद में यह पैसा डूबता चला गया। दीपक शर्मा ने पुलिस को उन खातों के बारे में भी जानकारी दी जिन खातों में दीपक ने पैसा जमा कराया। पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो पता चला कि सिर्फ 15 दिन के भीतर इन बैंक खातों में करीब 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेनदेन हुआ है ।
राजस्थान पुलिस ने जांच की तो हुआ शॉकिंग खुलासा
पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि अलग-अलग बैंकों में 31 बैंक खाते खोले गए थे और इनमें से हर रोज करोड़ों रुपयों का लेनदेन हो रहा था। पुलिस ने बैंक खातों से जानकारी जुटाकर जब कड़ी से कड़ी जोड़ना शुरू किया तो 3 से 4 दिन के भीतर तमाम सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लगभग सभी बैंक खाते राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले से ऑपरेट हो रहे थे। जिन 7 लोगों को पकड़ा गया है उनमें हरि शंकर जाट चित्तौड़गढ़ का रहने वाला है। बैंक खाते ऑपरेट करने का काम वही करता था। बाकी छह इंस्टाग्राम पर लोगों को ठगने का काम करते थे।
साइबर क्राइम के 7 आरोपी है ग्रेजुएट
पुलिस ने बताया कि सभी की उम्र 27 साल से 32 साल के बीच में है। इनमें एक मुल्जिम एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। बाकी सभी छह बीए, बीएससी और बीकॉम के छात्र हैं। इस घटना के खुलासे के बाद अब पुलिस के ऊपर रुपए रिकवर करने का दबाव है। पुलिस ने कुछ बैंक खातों में पैसा भी फ्रिज करवाया है, हालांकि यह कितना पैसा है इस बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है।