सार
झालावाड़ (राजस्थन). झालावाड़ जिले के अकलेरा थाना क्षेत्र में रीछवा रोड पर हुए हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। घर के ऊपर से गुजर रही 11 केवी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। यह घटना उस वक्त हुई जब दोनों बच्चे अपने घर की छत पर खेल रहे थे।
झालावाड़ में कैसे हुआ हादसा?
रीछवा रोड स्थित रामस्वरूप के मकान की छत पर दोनों बच्चे खेल रहे थे। छत के ऊपर से ही हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी। खेलते-खेलते बच्चों का संपर्क बिजली के तारों से हो गया, जिससे दोनों को जोरदार झटका लगा। करंट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि दोनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
हादसे के बाद परिवार और स्थानीय लोग तुरंत बच्चों को अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हादसे से पूरे परिवार में शोक की लहर है। पड़ोसियों और स्थानीय निवासियों ने घटना के लिए घर के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन को जिम्मेदार ठहराया है।
डूंगरपुर में भी हुआ था ऐसा हादसा
यह पहली बार नहीं है जब ऐसी घटना हुई हो। दो दिन पहले डूंगरपुर जिले में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां पतंग उतारते वक्त बच्चे हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए थे। यह घटना बताती है कि हाईटेंशन लाइनों के प्रति लोगों को और अधिक जागरूक करने की जरूरत है।
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
स्थानीय निवासियों ने बिजली विभाग और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि रिहायशी इलाकों में इस तरह की हाईटेंशन लाइनें बड़ी दुर्घटनाओं को दावत देती हैं। कई बार इन तारों को हटाने की मांग की गई थी, लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।