सार

राजस्थान के एक सैनिक स्कूल के शिक्षक को 12 से 14 साल के लड़कों के साथ यौन शोषण के आरोप में 20 साल की सजा सुनाई गई है। 2019 में अभिभावक-शिक्षक बैठक में बच्चों द्वारा शोषण का खुलासा किए जाने के बाद शिक्षक को गिरफ्तार किया गया था।

जयपुर. 12 से 14 साल के लड़कों के साथ यौन शोषण करने वाले सैनिक स्कूल के टीचर को पोक्सो कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई है।‌ इसके अलावा उसे पर 80000 रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है । उसे 5 साल पहले अरेस्ट किया गया था, लेकिन अब इस मामले में कोर्ट का फैसला आया है।‌ खबर राजस्थान के झुंझुनू जिले से है ।

2018 में ही सैनिक स्कूल में बना टीचर, एक साल बाद गिरप्तार

झुंझुनू जिले में स्थित सैनिक स्कूल की यह पूरी घटना है । जिस शिक्षक को आजीवन कारावास की सजा हुई है , उसका नाम रविंद्र सिंह शेखावत है । वह 2018 में ही सैनिक स्कूल में शिक्षक बना था । 2019 में ही उस पर स्कूल के प्रिंसिपल अभिलाष सिंह ने मुकदमा दर्ज करवाया था । उस समय यह मामला बेहद चर्चा में रहा था।  रविंद्र सिंह की पत्नी भी गवर्नमेंट टीचर है ।

स्कूल के कई बच्चों का यौन शोषण कर चुका था ये टीचर

रविंद्र सिंह ने स्कूल के कई बच्चों का यौन शोषण किया था । वह बच्चों को इतना डरा कर रखता था कि बच्चे अपने माता-पिता से भी सच नहीं बोलते थे । 2019 में पेरेंट्स की मीटिंग हुई और इस मीटिंग में बच्चों ने अपने साथ होने वाले यौन अत्याचार के बारे में खुलासा किया । बच्चों का कहना था कि रविंद्र सर उन्हें शाम के समय अपने रूम में बुलाते थे और उनके साथ गलत काम करते थे । बच्चे किसी को नहीं बताएं इसकी धमकी भी देते थे ।‌काउंसलिंग में इन बातों का खुलासा होने के बाद बड़ा बवाल मचा था।  रविंद्र सिंह ने फरार होने की कोशिश की थी लेकिन उसे गिरफ्तार कर लिया गया था ।

स्कूल की पेरेंट्स टीचर मीटिंग में हुआ था खुलासा

उल्लेखनीय है कि राजस्थान के कई जिलों में सैनिक स्कूल है । जहां पर बड़ी संख्या में बच्चे पढ़ रहे हैं । उन्हें पढ़ाई के दौरान वही रहना पड़ता है।  सैनिक स्कूलों में बच्चों के पेरेंट्स को भी उनसे ज्यादा नहीं मिलने दिया जाता।  स्कूल मैं हुई पेरेंट्स टीचर मीटिंग में जिस दिन इस घटनाक्रम का खुलासा हुआ था उस दिन रविंद्र सिंह स्कूल में मौजूद नहीं था।‌ इस कारण बच्चों को बोलने की हिम्मत आई और उन्होंने अपने माता-पिता एवं अन्य टीचर्स के सामने इस घिनौने कांड को खोल दिया था।  अब रविंद्र सिंह को सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है । 5 साल के दौरान 36 गवाहों की गवाही हुई , पुलिस ने भी काफी सारे सबूत पेश किया। इस मामले को नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी संसद में उठाया था और रविंद्र सिंह शेखावत को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की थी।

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