सार

राजस्थान के जोधपुर से आई दर्दनाक खबर ने सबकी आंखों से आंसू निकाल दिए। तीन बहनें साथ दुल्हन बनीं…लेकिन डोली उठने से पहले घर में आग लग गई। जिसमें गहने, पैसा-कपड़े और पूरा मंडप जलकर राख हो गया। गरीब पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।

जोधपुर. राजस्थान की ब्लू सिटी यानि जोधपुर में पिछले दिन ही शादी के सीजन में दूल्हे के घर में ऐसी आग लगी थी कि उसका आधा कुनबा इस आग में जलकर मर गया था। 35 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद दूल्हा भी कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहा और वह शादी नहीं हो सकी। जोधपुर में फिर से इसी तरह का घटनाक्रम सामने आया है, फिर से सिलेंडर लीकेज हुए हैं और फिर से बड़ा अग्नि कांड हुआ है। हालांकि इस बार जनहानि नहीं हुई है लेकिन गरीब पिता के सपने राख में मिल गए हैं ।

तीनों बहनें आज एक साथ बनने जा रही थीं दुल्हन

दरअसल जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित देणोक कस्बे में रहने वाले साबू राम मेघवाल के घर में यह सब कुछ हुआ। साबु राम की तीन बेटियों की शादी आज आखातीज पर एक साथ होनी थी। तीनों बेटियों की शादी के लिए करीब 1 महीने से तैयारियां चल रही थी , लेकिन देर रात जब मेहमान और परिवार के लोग मंगल गीत गा रहे थे तो इस दौरान नजदीक ही एक कमरे में शादी के लिए मिठाइयां बनाई जा रही थी । मिठाई बनाने के दौरान अचानक गैस का एक सिलेंडर लीक हो गया। उसने तुरंत आग पकड़ ली । हवा के दबाव के कारण तेजी से आग फैली और साधु राम के दो घरों में आग ने तांडव मचा दिया ।

टेंट का सामान , सोने के आभूषण, नए कपड़े, जेवर सब कुछ जलकर खाक

कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही दीवारों को छोड़कर सब कुछ जलकर राख हो गया । सरपंच लूणाराम बामणिया ने बताया कि आग ने तबाही मचा कर रख दी। गांव के पूरे लोग मेघवाल परिवार की मदद करने और आज शाम तीनों बेटियों को विदा करने में जुटे हुए हैं । देर रात हुए अग्निकांड में करीब ढाई लाख रुपए कैश जलकर राख हो गए । उसके अलावा तीनों बेटियों के नए कपड़े , परिवार के कपड़े, खाद्य सामग्री , मिठाईयां , टेंट का सामान, दहेज का सामान सब कुछ राख हो गया। इसके अलावा परिवार ने बेटियों को देने के लिए जो 30 क्विंटल गवार , 20 क्विंटल बाजरा , 5 कुंटल मोठ, 3 क्विंटल तिल और अन्य अनाज रखा था , वह भी राख में बदल चुका है । बताया जा रहा है कि मेघवाल परिवार ने जमीन गिरवी रख कर पैसा लिया था ।

 बेटियों को विदा करने के लिए जुट गया पूरा गांव

परिवार में माहौल पूरी तरह से गमनीन है। सब लोग मिलकर मेघवाल परिवार की बेटियों की शादी में अपना योगदान दे रहे हैं ताकि आज बेटियों को विदा किया जा सके।