सार
राजस्थान की एजुकेशन सिटी कोटा में दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई। मंगलवार की शाम हुए हादसे में 3 मजदूरों की जान चली गई है वहीं एक मजदूर मौत से जंग लड़ रहा है। सभी तीन मंजिल गहरे चेंबर में सफाई करने उतरे थे। रस्सियों के सहारे से लाशें निकाली बाहर।
कोटा (kota news). राजस्थान के कोटा शहर में मंगलवार की शाम बड़ा हादसा हुआ है। करीब तीन मंजिल गहरे सीवर चैंबर की सफाई करने उतरे चार मजदूरों में से तीन की मौत हो चुकी है। चौथे की हालत बेहद गंभीर है। चेंबर में सफाई करने के दौरान जहरीली गैसों के संपर्क में आने से एक एक करके चारों बेहोश हो गए। काफी देर तक जब बाहर नहीं निकले तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू टीम को बुलाया। उसके बाद चारों को बाहर निकाला जा सका। अस्पताल लेकर पहुंचे तो तीन की मौत हो चुकी थी, चौथे को गंभीर हालत में भर्ती किया गया है। मामला कोटा जिले के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र का है ।
कोटा के बलिता रोड पर हुआ दर्दनाक हादसा
पुलिस ने बताया कि बालिता रोड पर सीवरेज का काम चल रहा है। करीब 30 फीट गहरे सीवरेज के चेंबर में सफाई करने के लिए आज सीवरेज का काम करने वाले चार मजदूरों को बुलाया गया था। दोपहर बाद करीब 4:00 बजे मजदूर सफाई करने के लिए नीचे उतरे, लेकिन उसके बाद ऊपर नहीं आ सके। करीब 5:00 बजे इसकी सूचना कोटा नगर निगम उत्तर और दक्षिण दोनों को दी गई। अग्निशमन विभाग को भी इसकी जानकारी दी गई, सभी दल रेस्क्यू करने के लिए मौके पर आ गए। मुख्य अग्निशमन अधिकारी मोहम्मद अजहर खान ने बताया कि टैंक वैसे तो साफ़ ही था, लेकिन उसमें कुछ गंदगी काफी समय से पड़ी हुई थी। उसे साफ करने के लिए मजदूर उतरे थे। लेकिन उनकी जान चली गई।
एमपी से आए मजदूर कोटा में कर रहे थे मजदूरी
स्थानीय लोगों का कहना है कि मजदूरों ने सीवरेज टैंक में उतरने से पहले जरूरी संसाधन नहीं लिए थे। ना ही गैस मास्क पहना था और ना ही कोई अन्य बचाव के उपकरण उनके पास थे। पुलिस ने बताया कि इस हादसे में कमल, कीर सिंह समेत एक अन्य की मौत हो गई। रवि नाम के मजदूर को बचा लिया गया है। चारों एमपी के रहने वाले थे और काफी समय से कोटा में रहकर मजदूरी का काम कर रहे थे।
सीवरेज और सफाई का यह काम सरकारी डिपार्टमेंट आरयूआईडीपी की ओर से करवाया जा रहा था। फिलहाल परिजनों ने कोटा में हंगामा कर रखा है। तीनों की लाशों को एमबीएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है।
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