सार

कोटपूतली में बोरवेल में गिरी 3 साल की चेतना को 5 दिन बाद भी नहीं निकाला जा सका। बारिश ने रेस्क्यू ऑपरेशन में और मुश्किलें पैदा कर दी हैं।

कोटपूतली. राजस्थान के कोटपूतली में 5 दिन पहले 3 साल की मासूम चेतना बोरवेल के गड्ढे में गिर गई। वह 120 फीट की गहराई में अटकी हुई है। लगातार 5 दिन से उसके रेस्क्यू के लिए प्रयास किया जा रहे हैं। लेकिन अब तक कोई भी सफलता हासिल नहीं हो सकी है। वहीं अब इस रेस्क्यू में और भी ज्यादा परेशानियां बढ़ चुकी है क्योंकि बीती देर रात से ही लगातार बारिश हो रही है। बारिश होने के चलते मिट्टी गीली हो चुकी है। इसलिए अब रेस्क्यू में भी काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

94 घंटे से भूखी-प्यासी चेतना

वहीं पिछले करीब तीन दिनों से चेतना का कोई भी मूवमेंट नजर नहीं आ रहा है। चेतना के बोरवेल में गिरने के बाद सबसे पहले देसी जुगाड़ से उसे निकालने के लिए प्रयास शुरू किए गए थे लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली तो कई आधुनिक मशीनों से प्रयास किए गए लेकिन कोई भी सफलता नहीं मिली। इसके बाद अब बोरवेल के नजदीक ही नया गड्ढा खोदा गया है जिसमें से रैट माइनर्स को नीचे उतारा जाएगा और वह एक सुरंग के रास्ते चेतना को बाहर लाएंगे।

मौके पर SDRF और NDRF की टीमें

आपको बता दें कि कोटपूतली में 23 दिसंबर को दोपहर 2 बजे के करीब कीरतपुरा क्षेत्र की ढाणी में अचानक चेतना बोरवेल में गिर गई थी। दोपहर 2:30 बजे के करीब उसे बाहर निकालने के लिए प्रयास शुरू किए गए। इसी दिन एसडीआरएफ के बाद एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। 24 दिसंबर की शाम से यहां पर पाइलिंग मशीन के जरिए नजदीक ही गड्ढा खोदने का काम शुरू किया गया। लगातार खुदाई होती रही लेकिन 26 दिसंबर को अचानक बीच में पत्थर आनेके चलते काम रोका गया। फिर दोबारा से काम शुरू किया गया।

बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी

मामले में स्थानीय कलेक्टर कल्पना अग्रवाल का कहना है कि बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है। कोशिश की जा रही है कि जल्दी रेस्क्यू किया जाएगा। 170 फीट तक खोदे गए गड्ढे में 162 फीट लंबा पाइप लगाया जा चुका है। अब इसके जरिए रैट माइनर्स को नीचे उतारा जाएगा।

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