- Home
- States
- Rajasthan
- Labour Day 2023 : यहां मौत के मुंह से कम नहीं दो रोटी का जुगाड़: खून जमने लगता है फिर भी दिन-रात करते हैं मजूदरी
Labour Day 2023 : यहां मौत के मुंह से कम नहीं दो रोटी का जुगाड़: खून जमने लगता है फिर भी दिन-रात करते हैं मजूदरी
labour day 1st may 2023 Majdoor diwas आज इंटरनेशनल लेबर डे है। मजदूर दिवस पर जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित होंगे। इन कार्यक्रमों में मजदूरों को सम्मानित किया जाएगा। लेकिन इनकी जिंदगी किन हालातों से गुजरती है, यह सोचकर भी दिल दहला जाता है।
- FB
- TW
- Linkdin
जयपुर. राजस्थान में करीब 1.30 करोड़ मजदूर है। इन्हें राजस्थान में यदि औसत निकाले तो करीब 250 से 300 रुपए प्रतिदिन की मजदूरी मिलती है। हम सभी जानते हैं कि राजस्थान पूरे देश में एक ऐसा राज्य है जहां गर्मियों के दौरान जैसलमेर बाड़मेर जैसे इलाकों में तापमान 48 डिग्री तक पहुंच जाता है लेकिन ऐसी स्थिति में भी मजदूर दिन रात काम में लगे रहते हैं
राजस्थान में मजदूर उन हालातों में काम करते हैं जिन हालातों में मशीनें तक जवाब दे देती है। हालांकि कई बार होता है कि जब हीटवेव चलती है तो मजदूरों को कुछ देर के लिए आराम दिया जाता है लेकिन तपतपाती धूप में भी राजस्थान में मजदूर काम करते हैं।
वहीं यदि बात करें राजस्थान में सर्दी की तो सीकर के फतेहपुर और जयपुर के जोबनेर ऐसे इलाके हैं जहां राजस्थान में सर्दियों के दौरान तापमान करीब 10 दिनों तक - में ही दर्ज किया जाता है। लेकिन बावजूद इसके यहां के मजदूर सुबह से ही काम में लग जाते हैं काम के दौरान इस - टेंपरेचर में उन्हें पानी में भी भीगना पड़ता है। लेकिन वह कभी भी अपने काम से पीछे नहीं हटते और दिन रात काम में लगे रहते हैं।
अब बात सबसे खराब काम की परिस्थितियों की। राजस्थान में मजदूरों के लिए काम की सबसे खराब परिस्थिति खानों में काम करने की है। क्योंकि राजस्थान की ज्यादातर खाने माइनिंग करने के दौरान ही भरभरा कर गिर जाती है। इससे राजस्थान में आए दिन कई हादसे भी होते हैं। हाल ही में नागौर के मकराना में एक चट्टान के भर भर आने से दो मजदूरों की दबने से मौत हो गई थी। इसके पहले भरतपुर में भी इसी तरह से 4 मजदूर मर गए थे।
दरअसल राजस्थान में खनन के लिए एरिया तो बहुत बड़ा है लेकिन आज तक यहां ऐसी सुविधाएं विकसित कि नहीं गई है जिससे कि काम करने वाले मजदूर की जान को कोई खतरा नहीं हो।