मंडोर एक्सप्रेस में AC कोच यात्रियों का सामान रहस्यमयी ढंग से गायब! स्टेशन पर हंगामा, जीआरपी थाने तक पहुंचा मामला। क्या ट्रेन में चोरी का कोई संगठित गिरोह सक्रिय है?

Mandor Express Train Theft: जहां एक ओर लोग सोचते हैं कि एसी कोचों में यात्रा करना सुरक्षित होता है, वहीं मंडोर एक्सप्रेस ने इस भरोसे को झकझोर कर रख दिया। ट्रेन के सेकंड एसी और थर्ड एसी कोच में सफर कर रहे कई यात्रियों ने स्टेशन पर उतरते ही हंगामा मचा दिया -उनका कीमती सामान, बैग, मोबाइल और पर्स रहस्यमयी तरीके से गायब हो चुका था।

मंडोर एक्सप्रेस में ऐसा क्या हुआ कि रोने लगे यात्री?

जोधपुर रेलवे स्टेशन पर एकाएक अफरा-तफरी मच गई। कुछ यात्री रोते नजर आए, तो कुछ गुस्से में पुलिस पर सवाल उठाते दिखे। जीआरपी थाने में जब सभी पीड़ित यात्रियों ने शिकायत दर्ज करवाई, तब जाकर मामला मीडिया की सुर्खियों में आया। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और जांच के बाद ही यह सामने आएगा कि ये चोरी किसी बाहरी शातिर गैंग की करतूत थी या किसी अंदरूनी व्यक्ति की मिलीभगत। लेकिन इस घटना ने भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

क्या मंडोर एक्सप्रेस अब सुरक्षित नहीं रही?

यात्रियों की शिकायत के अनुसार, चोरी यात्रा के दौरान ही हुई। किसी को नींद से उठने के बाद बैग नहीं मिला, तो किसी ने चार्जिंग पॉइंट पर रखा मोबाइल गायब पाया। यात्रियों का कहना है कि कोच अटेंडेंट ने भी कोई सहयोग नहीं किया।

क्या ये गैंग का काम है या अंदरूनी साजिश? 

रेलवे पुलिस की जांच इस एंगल पर भी जा रही है कि क्या कोई ऑर्गनाइज़्ड चोरी गैंग ट्रेन में एसी कोचों को टारगेट कर रहा है? इससे पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन इस बार एक साथ कई यात्रियों का सामान चोरी होना चौंकाने वाला है।

यात्रियों की सुरक्षा कब होगी प्राथमिकता? 

ट्रेन में सफर कर रहे लोगों का भरोसा अब डगमगाने लगा है। अगर एसी कोच जैसे 'सुरक्षित' माने जाने वाले सेक्शन में ही चोरी हो रही है, तो आम यात्री खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा?