सार
राजस्थान में बारिश के बाद अब डेंगूं पांव पसार रहा है। कोटा के अस्पताल में आज बूंदी की महिला ने डेंगू से दम तोड़ दिया। अब तक 7 मौतें हो चुकी हैं।
कोटा। राजस्थान के कई जिलों में अब डेंगू बुखार तेजी से पैर पसार रहा है। हालत यह हैं कि अस्पताल में इलाज शुरू होने से पहले ही लोगों की जान जा रही है। पिछले कुछ दिनों में ही डेंगू से सात लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें भारतीय जनता पार्टी से ताल्लुक रखने वाले एक पूर्व मंत्री का भतीजा भी शामिल है। ऐसे ही आज डेंगू से एक महिला की मौत हो गई। उनके चार बच्चे थे। पल भर में ही चारों बच्चों के ऊपर से मां का साया उठ गया। महिला बूंदी जिले के रहने वाली थी, लेकिन कोटा में उसका इलाज चल रहा था।
30 अगस्त को बुखार आने के बाद से चल रहा था इलाज
जानकारी के अनुसार महिला बूंदी जिले की नमामा थाना इलाके में स्थित एक गांव की रहने वाली थी। वह 30 अगस्त को बुखार होने पर बीमार हुई थी। उसका बूंदी जिले में इलाज चल रहा था लेकिन प्लेटलेट्स डाउन होने के कारण उसे कोटा जिले के लिए रेफर कर दिया गया। कोटा में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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कोटा में सप्ताह भर में डेंगू से 6 की मौत
कोटा जिले में पिछले चार-पांच दिनों के दौरान ही 6 लोगों की डेंगू से मौत हो चुकी है। अब तक करीब 400 से ज्यादा मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। जिनमें अधिकतर की हालत गंभीर बताई जा रही है। डेंगू से जान गंवाने वालों में कोचिंग छात्र भी शामिल हैं। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री प्रहलाद गुंजन के भतीजे की भी हाल ही में डेंगू से मौत हो गई है।
डेंगू का नया स्ट्रेन है खतरनाक
कोटा जिले के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर मनोज सलूजा ने कहा कि डेंगू का यह नया स्ट्रेन तेजी से लोगों में फैल रहा है। इस स्ट्रेन के कारण फेफड़े और पेट में इन्फेक्शन इतना तेजी से बढ़ता है कि मरीज को बचाना मुश्किल होता जा रहा है। जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है उनको बचाना चुनौती भरा रहता है। लगातार डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि प्रशासन और मेडिकल डिपार्टमेंट इसे काबू करने की कोशिश में भी जुटे हुए हैं।