सार

राजस्थान में झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ में होली के जश्न में उस वक्त भगदड़ मच गई जब लाल रंग लेकर सांड बेकाबू हो गया। सारी खुशियां देखते ही देखते चीख-पुकार में बदल गईं। कई लोग घायल हो गए।

झुंझुनू (राजस्थान), होली के रंगों के बीच झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ में एक ऐसा मंजर देखने को मिला जिसने खुशी को डर में बदल दिया। धुलंडी के मौके पर निकल रही गैर जुलूस में अचानक एक सांड घुस आया और देखते ही देखते माहौल अफरा-तफरी में बदल गया। जश्न के बीच दहशत नानसा गेट के पास मुख्य सड़क पर होली के रंग में डूबे लोग गीत-संगीत के साथ झूम रहे थे। रंग और गुलाल की बौछारों के बीच हर कोई मस्ती में डूबा था। लेकिन तभी एक गली से अचानक एक सांड निकल आया और भीड़ की ओर दौड़ पड़ा। पहले तो किसी को अंदाजा नहीं था कि आगे क्या होने वाला है, लेकिन जैसे ही सांड ने लोगों को टक्कर मारनी शुरू की, पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

नवलगढ़ की होली का वो भयावह मंजर

 लोग जान बचाकर भागे सांड ने सबसे पहले कुछ युवकों को टक्कर मारी, जिससे वे जमीन पर गिर गए। इससे बचने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे, लेकिन भगदड़ में कई लोग सड़क पर गिर पड़े। सांड ने दो युवकों को अपने सींगों से उठाकर जोर से पटक दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। तीन-चार अन्य लोगों को भी हल्की चोटें आईं। अफरा-तफरी के बीच कुछ लोग दुकानों और गलियों की ओर भागे, जबकि कुछ ने खुद को बचाने के लिए दीवारों और गाड़ियों के पीछे छिपने की कोशिश की।

सांड की दहशत में लोग घरों में जा छिपे

 स्थिति तब और गंभीर हो गई जब सांड संकरी गलियों की ओर भाग निकला। बताया जा रहा है कि इस बार नगरपालिका ने गलियों में बेरिकेट्स नहीं लगाए थे, जिससे सांड बेरोकटोक अंदर चला गया। कई लोग अपने घरों में छिप गए और सांड के शांत होने का इंतजार करने लगे।

नवलगढ़ प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल

प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि गलियों में बेरिकेट्स होते, तो यह हादसा टाला जा सकता था। फिलहाल घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और नगर पालिका प्रशासन को भीड़भाड़ वाले इलाकों में सांडों को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाने की सलाह दी जा रही है। इस घटना ने जश्न के बीच डर का जो मंजर छोड़ा, वह लोगों के जहन में लंबे समय तक ताजा रहेगा।

 देखिए सांड के आतंक का खतरनाक वीडियो