एक चाय बेचने वाले के बेटे ने बिना कोचिंग के UPSC परीक्षा पास कर कलेक्टर बनने का सपना साकार किया। शहीद भाई से प्रेरित होकर, उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई की और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की।