सार
राजस्थान में कमजोर राजनीति को सुधारने और हिंदू कार्ड का दांव खेलने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश में तीन जिलों के दौरे पर आ रहे हैं। यहां दौरा कर पीएम भाजपा पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे।
राजस्थान। प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है। भले ही अभी तक भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में अपना सीएम फेस तय नहीं कर पाई हो लेकिन चुनाव प्रचार की रणनीति के तहत पार्टी ने अभी से जनता के बीच पहुंचना शुरू कर दिया है। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार में जुट चुके हैं। हाल ही में उन्होंने सीकर जिले में सभा की थी और अब एक बार फिर वह राजस्थान का दौरा करने वाले हैं।
नागौर, करौली और जोधपुर आएंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने राजस्थान के नागौर, करौली और जोधपुर जिले का दौरान कर सकते हैं। योजना के मुताबिक प्रधानमंत्री का पहला दौरा 16 अगस्त को नागौर जिले में होने वाला है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करौली और जोधपुर में भी दौरा करेंगे। तीनों ही जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। हालांकि करौली और जोधपुर के दौरे की तारीख अभी तय नहीं हुई है। भाजपा सूत्रों की माने तो अगले सप्ताह इसकी तारीख तय हो जाएगी।
बेनीवाल के गढ़ में सभा करेंगे पीएम
राजस्थान में तीसरा मोर्चा माने जाने वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल नागौर जिले से ही आते हैं। बेनीवाल ने पहले केंद्र में बीजेपी के साथ गठबंधन किया लेकिन कृषि कानूनों के विरोध में उन्होंने गठबंधन खत्म कर दिया। नागौर जिले में बेनीवाल का वर्चस्व लगातार कायम है। ऐसे में यहां सभा करके पीएम मोदी वोटर्स को लुभाने की कोशिश करेंगे।
सीएम गहलोत के जिले में भी दांव खेलेंगे पीएम
जोधपुर की बात करें तो यह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला है। हालांकि यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों का वोट बैंक लगभग बराबर ही है, ऐसे में चुनाव के करीब 4 महीने पहले यहां प्रचार शुरू कर भाजपा जनता को अपने पक्ष में करने के प्रयास में लगी है।
करौली में दौरा कर पीएम भाजपा के पक्ष में बनाएंगे माहौल
करौली में बीते साल हिंसा भड़की थी जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए थे। हाल ही में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीकर दौरे पर आए तो यहां उन्होंने सभा में कहा था कि हिंदू त्योहारों पर अनेक तरह की पाबंदियां लगाई जाती हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि यहां सभा कर एक बार फिर पीएम मोदी करौली हिंसा का जिक्र कर हिंदी कार्ड का दांव खेल भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास करेंगे।