सार
जयपुर में 5600 नाम की गैंग के 5 बदमाश गिरफ्तार किए गए हैं। ये गैंग ज्यादातर विदेश से सोना स्मगल कर लाने वाले तस्करों को लूटते थे। लूट के बाद तस्कर पुलिस में भी शिकायत नहीं करते थे जिससे वे पकड़े नहीं जाते थे।
जयपुर। राजधानी जयपुर की पुलिस ने एक गैंग पकड़ी है। यह गैंग जयपुर में एक बैंक को लूटने वाली थी, लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने बदमाशों को पकड़ लिया। बदमाशों के पास से कुछ हथियार, मोबाइल फोन और लग्जरी गाड़ी बरामद हुई है। खास बात ये है कि इन लोगों के लूट का प्लान सुनकर पुलिस भी हैरत में पड़ गई।
पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया
दरअसल जयपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि पांच बदमाश एक बैंक लूटने वाले हैं। पुलिस ने लोकेशन का पता लगाया और दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुछताछ में बैंक लूटने के पूरे प्लान का खुलास हुआ। जब पुलिस ने उनके बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया तो पुलिस वाले भी हैरान रह गए। गिरफ्तार किए गए पांचो बदमाश नागौर जिले के रहने वाले हैं। उनके नाम अक्षय, अशोक, इरफान , नाजिम और रिजवान है। सभी की उम्र 25 से लेकर 35 साल के बीच में है।
5600 रखा गैंग का नाम
पुलिस ने बताया कि इन लुटेरों ने अपनी गैंग का नाम ‘5600’ रखा था। 5600 इनकी एक दुकान का नाम था। यह दुकान शराब की है। इसकी लॉटरी का नंबर 5600 था, तो इन्होंने अपनी गैंग का भी यही नाम रख लिया। इस गैंग ने उन लोगों को लूटना शुरू किया जो पहले से ही गलत काम कर रहे थे। प्लानिंग कर इन्होंने पहल तस्करों को टारगेट किया। इनमें भी ऐसे लोग जो अरब देशों से सस्ता सोना छुपा कर हवाई जहाज से भारत लाते थे। उन तस्करों को यह लुटेरे एयरपोर्ट के आसपास ही लूट लेते थे। इनकी गैंग में 10 सदस्य हैं। बाकी पांच की तलाश की जा रही है।
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15 से ज्यादा वारदातें कर चुके बदमाश
यह भी सामने आया है कि इन लुटेरों ने जयपुर, लखनऊ, दिल्ली जैसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इस तरह की वारदातें की है। यह ऐसे लोगों के बारे में जानकारी जुटा लेते थे, जो अरब देशों से सस्ता सोना अपने लगेज में छुपा कर ले आते थे और कस्टम वालों से बच जाते थे। जैसे ही वे एयरपोर्ट से निकलते थे ये लोग उन्हें लूटकर फरार हो जाते थे। तीनों राज्यों में इन लुटेरों ने करीब 15 से ज्यादा वारदात की है। और इनमें करोड़ रुपये के सोने की लूट भी शामिल है। जिन तस्कर के पास से सोना लूटा जाता था, वह तस्कर पुलिस के पास भी नहीं जा पाते थे और थानों में मुकदमा भी दर्ज नहीं होता था। ।