सार
जयपुर. राजस्थान में इस साल 9वीं से 12वीं तक की अर्धवार्षिक परीक्षाएं प्रदेश स्तर पर एक ही समय और एक ही पेपर के तहत आयोजित की जाएंगी। शिक्षा निदेशालय ने इस निर्णय की तैयारी शुरू कर दी है, और इसके लिए राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों से छात्रों का डेटा मांगा है। इस बदलाव का उद्देश्य परीक्षा प्रणाली को अधिक संगठित और पारदर्शी बनाना है।
राजस्थान शिक्षा विभाग ने किया बड़ा बदलाव
माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत, राज्य के सभी स्कूलों को अगले तीन दिनों में शाला दर्पण पोर्टल और पीएसपी पोर्टल पर छात्रों की जानकारी अपलोड करनी होगी। इस नई प्रणाली के तहत, 9वीं से 12वीं तक की अर्धवार्षिक परीक्षा एक ही टाइम टेबल और एक समान पेपर के आधार पर आयोजित की जाएगी।
10वीं और 12वीं का प्रश्नपत्र अब ऐसा होगा
पिछले साल तक 9वीं से 12वीं तक की अर्धवार्षिक परीक्षाएं जिला स्तर पर आयोजित की जाती थीं, और हर जिले में अलग-अलग समय सारणी होती थी। लेकिन अब यह सभी स्कूलों के लिए एक समान होगा। शिक्षा निदेशालय के अनुसार, इस साल अर्धवार्षिक परीक्षाएं 12 दिसंबर से 24 दिसंबर तक आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के प्रश्नपत्रों में 70 प्रतिशत सिलेबस से सवाल पूछे जाएंगे, जबकि 10वीं और 12वीं के प्रश्नपत्र 100 प्रतिशत सिलेबस पर आधारित होंगे।
नए बदलाव से छात्रों के लिए एक समान परीक्षा
समान परीक्षा योजना को लेकर शिक्षा विभाग ने पहले ही विभिन्न विभागों के साथ मीटिंग की है, और जल्द ही जयपुर में एक और मीटिंग आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी विवरण स्पष्ट किए जाएंगे। इस नए बदलाव से छात्रों के लिए एक समान परीक्षा अनुभव सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है, ताकि सभी को समान अवसर मिल सके।
इस बदलाव से परीक्षा की पारदर्शिता बढ़ेगी
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बदलाव से परीक्षा की पारदर्शिता बढ़ेगी और छात्रों को एक समान प्रणाली में परीक्षा देने का अवसर मिलेगा, जिससे उनका तनाव कम होगा और परिणामों में समानता आएगी।
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