सार
जयपुर. अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए शिक्षा का होना जरूरी है, लेकिन कई बार करियर में सफलता पाने के लिए छात्रों को अपने घर से दूर दूसरे शहरों में रहकर पढ़ाई करनी पड़ती है। खासकर राजस्थान जैसे बड़े राज्य में जहां के छात्र कई बार उच्च शिक्षा के लिए दूसरे राज्य या शहरों में जाते हैं, उनके लिए सरकार ने एक खास योजना की शुरुआत की है। अब, राजस्थान सरकार उन छात्रों को वित्तीय सहायता देगी, जो अपनी पढ़ाई के लिए अपने घर से दूर किराए पर रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।
राजस्थान सरकार ने शुरू की अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना
राज्य सरकार ने अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत ऐसे छात्र जो अपने घर से दूर दूसरे शहरों में पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें हर महीने 2000 रुपये की मदद दी जाएगी। यह योजना 2024-25 सत्र के छात्रों के लिए लागू होगी, जो राज्य से बाहर जा कर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। इस योजना के तहत कुल 5500 छात्रों को सहायता मिलेगी, जो 10 महीने तक हर महीने 2000 रुपये प्राप्त करेंगे।
कौन कर सकते हैं आवेदन?
इस योजना का लाभ राजस्थान के विभिन्न सामाजिक वर्गों के छात्रों को मिलेगा, जिनमें एससी, एसटी, ओबीसी, एमबीसी, ईडब्ल्यूएस और माइनॉरिटी वर्ग के छात्र शामिल हैं। यह योजना राज्य के सरकारी महाविद्यालयों से ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे छात्रों के लिए है। साथ ही, यह शर्त भी रखी गई है कि छात्र को राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।
- यदि छात्र अपने घर से दूर रहकर पढ़ाई कर रहे हैं और जिस शहर में वह पढ़ाई कर रहे हैं, वहां उनके माता-पिता का घर नहीं है, तो वे इस योजना के लिए पात्र होंगे।
जानिए कैसे कर सकते हैं इसका आवेदन ?
छात्रों को इस योजना का लाभ लेने के लिए 30 नवंबर तक आवेदन करना होगा। इसके लिए राजस्थान सरकार ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। छात्र ई-मित्र के माध्यम से एसएसओ (राजस्थान सरकार की सिंगल साइन-ऑन) आईडी के द्वारा ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए राज्य सरकार ने एक पोर्टल भी जारी किया है, जिस पर छात्र अपना आवेदन आसानी से भर सकते हैं।
क्या है लास्ट तारीख और इसकी शर्तें
आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2024 है। इस तारीख के बाद कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा, इसलिए इच्छुक छात्रों को समय रहते आवेदन करने की सलाह दी जाती है। योजना का लाभ सिर्फ उन छात्रों को मिलेगा, जिन्होंने सभी शर्तों को पूरा किया है, जैसे कि वे राजस्थान के निवासी हों और जिस शहर में पढ़ाई कर रहे हों, वहां उनके माता-पिता का घर न हो।
- राजस्थान सरकार की यह योजना छात्रों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान कर उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगी, और उनकी शिक्षा में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आएगी।
यह भी पढ़ें-2 दिन बाद चली जाएगी 15 लाख लोगों की जॉब!, आने वाला है बड़ा खतरा?