सार

भीलवाड़ा में लड़की से रेप के बाद भट्ठी में जिंदा जलाने के मामले पर राजस्थान बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। इस मामले में आयोग की अध्यक्ष ने तीन सदस्यी टीम गठित कर जांच रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

राजस्थान। भीलवाड़ा में 14 साल की लड़की की रेप के बाद जिंदा जला देने के मामले में राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा है कि मवेशी चराने गई लड़की के बुधवार देर शाम तक घर वापस नहीं लौटने और भट्ठी के पास पहुंचने पर उसके चांदी के कड़े और चप्पल मिलने पर परिजनों ने गैंगरेप की आशंका जताई है। इस प्रकरण को आयोग ने गंभीरता से लिया है।

तीन सदस्यीय कमेटी का गठन 
आयोग की अध्यक्ष बेनीवाल ने भीलवाड़ा में नाबालिग को भट्ठी में जलाने की घटना की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। कमेटी को मामले की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गंभीर घटना की पूर्ण जांचकर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करवाने के साथ तथ्यात्मक रिपोर्ट भी आज ही आयोग कार्यालय को भेजने के लिए अतिरिक्त महानिदेशक (सिविल राइट्स) एवं एसपी, भीलवाड़ा को लेटर भेजा गया है। डीएसपी, भीलवाड़ा से फोन पर बातचीत कर केस के संबंध में पूरी जानकारी ली गई है और कठोर कार्रवाई के लिए भी कहा गया है।

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डीएनए जांच कराकर कोर्ट में जल्द पेश करें चालान 
उन्होंने बताया कि आयोग ने पुलिस टीम को निर्देश दिया है कि एफएसएल रिपोर्ट, डीएनए जांच आदि जल्द करवाकर समय पर कोर्ट में चालान पेश किया जाए। इसके साथ ही डिस्ट्रिक लीगल सर्विस अथॉरिटी, भीलवाड़ा केस में रूल्स के मुताबिक परिजनों को आर्थिक सहायता देने के संबंध में लेटर भेजा गया है।     

संगीता बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग बाल अपराधों को लेकर गंभीर है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर आयोग की ओर से सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।