Rajasthan E-Cycle Scheme : राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में बालिकाओं और कामकाजी महिलाओं को ई-साइकिल वितरण कार्यक्रम में बताया कि प्रदेश सरकार बालिका शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को प्रमुखता देती है। अब तक 11 लाख साइकिल दी जा चुकी हैं।

Rajasthan News : राजस्थान में बेटियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित एक विशेष समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने छात्राओं और कामकाजी महिलाओं को ई-साइकिल वितरित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा, "बेटियों की मुस्कान ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है।" मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार का प्रमुख लक्ष्य है कि कोई भी बेटी शिक्षा से वंचित न रहे।

राजस्थान की गार्गी पुरस्कार योजना क्या है?

सीएम ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं का लाभ लाखों बालिकाओं तक पहुँच रहा है। गार्गी पुरस्कार योजना के तहत मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया जा रहा है, वहीं लाडो प्रोत्साहन योजना से गरीब परिवारों को बेटी के जन्म पर आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अब तक 11 लाख से अधिक छात्राओं को साइकिलें प्रदान की जा चुकी हैं, जिससे दूरस्थ क्षेत्रों की बालिकाओं को पढ़ाई जारी रखने में मदद मिली है।

"मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना"

कार्यक्रम में महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण पर भी जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने बताया कि "मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना" जैसी योजनाओं के जरिए महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं। मातृत्व से जुड़ी योजनाओं में भी बड़े सुधार किए गए हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं को बेहतर पोषण और वित्तीय सहयोग मिल सके। ई-साइकिल वितरण कार्यक्रम में लाभान्वित छात्राओं और महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए।

अलवर की छात्रा ने सुनाया अपना अनुभव

  • अलवर की छात्रा सीमा ने कहा कि ई-साइकिल मिलने से उसका रोज़ का सफर आसान हो गया है और पढ़ाई के लिए अधिक समय मिल रहा है। जयपुर की एक कामकाजी महिला आशा ने खुशी जताते हुए कहा कि अब वह आवागमन में समय बचाकर अपने व्यवसाय पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगी।
  • समारोह के अंत में मुख्यमंत्री ने छात्राओं से खुलकर संवाद किया और उनके सवालों के जवाब दिए। उन्होंने अपने बचपन की यादें साझा करते हुए कहा कि वे भी स्कूल जाने के लिए साइकिल चलाते थे और चाहते हैं कि आज की बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़े।
  • राजस्थान सरकार का यह प्रयास न केवल बेटियों को शिक्षा और रोजगार से जोड़ रहा है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी भी बना रहा है।