सार
राजस्थान में मतदान के लिए ज्यादा वक्त नहीं बचा है और बीजेपी ने अभी तक यह नहीं बताया है कि मुख्यमंत्री कौन होगा।पार्टी किसी भी हाल में नहीं चाहती कि किसी भी मजबूत नेता को ही तवज्जो मिले।
जयपुर. बीती रात राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी के केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में राजस्थान से राजेंद्र राठौड़, वसुंधरा राजे,सीपी जोशी सहित कई बड़े नेता शामिल हुए। इस बैठक के खत्म होने के बाद सबसे ज्यादा खुशी यदि किसी के चेहरे पर देखी गई तो वह थी राजस्थान प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे। जो हंसते हुए अपनी गाड़ी में बैठी और चली गई।
वसुंधरा राजे के हाथ में एक डायरी...
जाते समय पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के हाथ में एक डायरी भी थी। जिसमें टिकटों की दावेदारी कर रहे उनके कई समर्थको के नाम थे। भले ही राजस्थान में अब तक मुख्यमंत्री पद का चेहरा पार्टी ने तय नहीं किया हो लेकिन पार्टी आखिरकार पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को मनाने में कामयाब रही। आपको बता दे कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होने के बाद आज या कल राजस्थान के लिए पार्टी 70 से 80 नाम की घोषणा अपनी दूसरी लिस्ट में कर सकती है। इस लिस्ट में वसुंधरा राजे समर्थित कई नेताओं के नाम हो सकते हैं।
आसान नहीं वसुंधरा राजे को नजर अंदाज करना
गौरतलब है कि इससे पहले जब आचार संहिता के कुछ घंटे बाद ही पहली लिस्ट जारी हुई तो उसमें वसुंधरा राजे गुट को नजरअंदाज किया गया। वसुंधरा गुट के राजपाल सिंह और नरपत सिंह राजवी जैसे नेताओं का टिकट काट दिया गया लेकिन पार्टी सूत्रों की माने तो इस बार दूसरी लिस्ट में पार्टी आलाकमान किसी भी हाल में वसुंधरा राजे गुट को नजरअंदाज करने वाला नहीं है। करीब 10 से 15 वसुंधरा राजे समर्थित नेताओं को टिकट मिल सकता है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद का चेहरा क्यों तय नहीं
वहीं पार्टी सूत्रों की माने तो फिलहाल राजस्थान में मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय नहीं हुआ है। पार्टी किसी भी हाल में नहीं चाहती कि किसी भी मजबूत नेता को ही तवज्जो मिले। हालांकि पार्टी मजबूत नेता के समर्थित लोगों को टिकट दे रही है जिनकी रिपोर्ट सर्वे और जनता के बीच ठीक हो....