सार

सरकार इंग्लिश मीडियम के स्कूलों को बंद करने की तैयारी कर रही है। ये स्कूल बंद होते हैं। तो जो बच्चे इन स्कूलों में पढ़ रहे हैं। उनके सामने पढ़ाई का संकट आ जाएगा। अगर आपका बच्चा भी इन स्कूलों में पढ़ रहा है। तो अभी से सावधान हो जाईये।

जयपुर. राजस्थान में सरकार बदलने के ठीक बाद लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई। अब लोकसभा चुनाव के दोनों चरण राजस्थान में पूरे हो चुके हैं। ऐसे में अब मंत्री और मुख्यमंत्री अपने विभाग संभाल रहे हैं। कई विभागों में बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है। इन्हीं में से एक विभाग राजस्थान का शिक्षा विभाग है। बताया जा रहा है राजस्थान में शिक्षा विभाग 2000 से ज्यादा स्कूल बंद किया जा रहे हैं। इसके लिए लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।

2000 स्कूलों को बंद करने की तैयारी

दरअसल शिक्षा विभाग ने कांग्रेस सरकार के समय खोले गए 2000 अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालयों को बंद करने की तैयारी कर ली है। इन विद्यालयों को वापस हिंदी मीडियम करने की बात सामने आ रही है।‌ शिक्षा विभाग ने इस मामले में चार पेज का एक फॉर्मेट जारी किया है और इस फॉर्मेट को अभिभावक को एवं शिक्षकों के साथ भरा जा रहा है। सरकार इसके बाद ही इस विषय में निर्णय लेगी उल्लेखनीय है कि शिक्षक पहले ही अंग्रेजी मीडियम विद्यालयों को हिंदी मीडियम में करने की बात कर चुके हैं।

चार पेज के मांगी जानकारी

राजस्थान में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से यह जानकारी मांगी है कि किन जिलों में कितने विद्यालय खुले हुए हैं, इनमें छात्रों की संख्या कितनी है, अंग्रेजी माध्यम के कितने विद्यालय खुले हुए हैं, इनमें बच्चों का नॉमिनेशन हो रहा है या नहीं और यहां से पढ़ने के बाद क्या बच्चों को फायदा हो रहा है, चार पेज के फॉर्मेट में इन सभी बारे में जानकारी मांगी गई है। सभी जानकारी पूरी होने के बाद शिक्षा विभाग इस मामले में फैसला लेगा।

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गरीब परिवारों के पास नहीं पैसा

उधर संयुक्त अभिभावक संघ के पदाधिकारी का कहना है कि बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाने का पैसा गरीब परिवारों के पास नहीं है। इसी कारण गहलोत सरकार ने सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम किया था, लेकिन अब यह सरकार इसे बदलने जा रही है।‌ बच्चे अंग्रेजी सीखना शुरू कर ही रहे थे। लेकिन अब फिर से उन्हें हिंदी माध्यम में पढ़ना पड़ेगा।

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