Vidyadhan Chhatravritti Yojana : राजस्थान में भजनलाल सरकार स्कूल से लेकर कॉलेज तक के छात्रों का करियर बनाने के लिए कई प्रोत्साहन राशि योजनाएं चला रही है। इस क्रम में सरकार ने ‘विद्याधन छात्रवृत्ति योजना’ की शुरुआत की है, जिसमें 70,000 रुपए मिलेंगे।
Rajasthan Government Scheme : राजस्थान के स्कूल और कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे मेधावी लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। जुलाई 2025 से प्रदेश में पहली बार 'विद्याधन छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत' होने जा रही है। यह योजना सरोजिनी दामोदरन फाउंडेशन (SDF) द्वारा चलाई जा रही है, जिसमें छात्रों को 70,000 रुपये तक की वार्षिक स्कॉलरशिप दी जाएगी।
क्या है 'विद्याधन छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत' का मकसद?
इस योजना का मकसद उन छात्रों को उच्च शिक्षा में मदद देना है, जिनकी पारिवारिक आय 2 लाख रुपये प्रतिवर्ष से कम है। इस पहल से न केवल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि उन छात्रों को भी नई दिशा मिलेगी जो आर्थिक कारणों से पढ़ाई बीच में छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं।
इस स्कीम से राजस्थन के युवाओं का बनेगा करियर
विद्याधन योजना सिर्फ आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं है। इस योजना के तहत चयनित छात्रों को करियर गाइडेंस, मेंटरशिप और इंटर्नशिप के अवसर भी दिए जाएंगे। इससे उन्हें भविष्य में बेहतर रोजगार पाने में मदद मिलेगी।
- यह छात्रवृत्ति कक्षा 10वीं और 12वीं पास करने वाले मेधावी छात्रों के लिए है, जो स्नातक में प्रवेश लेने जा रहे हैं।
- आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी, जिससे ग्रामीण और दूरदराज के छात्र भी इसका लाभ उठा सकें।
‘इच वन, टीच वन’ मॉडल से बदल रही है तस्वीर
2016 में शुरू किया गया ‘इच वन, टीच वन’ मॉडल इस योजना की खासियत है। इसके तहत विद्याधन से पढ़े हुए छात्र अब दूसरे जरूरतमंद छात्रों की मदद कर रहे हैं। यह एक तरह की शैक्षणिक चेन तैयार कर रहा है, जहां मदद का सिलसिला रुकता नहीं।
'विद्याधन छात्रवृत्ति योजना में कैसे करें आवेदन?
- योजना के लिए आवेदन जुलाई 2025 से शुरू होंगे।
- इच्छुक छात्र विद्याधन पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं।
- छात्रों को आय प्रमाण पत्र, अंकतालिका और पहचान पत्र जैसे जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
होनहार छात्रों के लिए उम्मीद की नई किरण
विद्याधन योजना राजस्थान के हजारों होनहार छात्रों के लिए उम्मीद की नई किरण है। यह पहल न केवल शिक्षा को सशक्त बनाएगी, बल्कि एक सामाजिक बदलाव की दिशा में भी बड़ा कदम साबित होगी।
