Rajasthan Jhalawad में सरकारी स्कूल के अंग्रेजी शिक्षक पर नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगा। ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़कर school's premises में पिटाई की। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया। 

झालावाड़ जिले के सुनेल थाना क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक पर एक पूर्व नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म के प्रयास का गंभीर आरोप लगा है। यह घटना गुरुवार देर रात की बताई जा रही है, जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी शिक्षक को स्कूल में ही पकड़कर उसकी जमकर पिटाई की और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।

स्टूडेंट के घर जबरन घुस गया अंग्रेजी टीचर

जानकारी के अनुसार, यह घटना गुरुवार देर रात को हुई। एक सरकारी स्कूल में अंग्रेजी पढ़ाने वाला शिक्षक, जो अभी प्रोबेशन पर कार्यरत था, कथित तौर पर अपनी ही एक पूर्व नाबालिग छात्रा के घर में जबरन घुस गया। जब उसने छात्रा के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया, तो छात्रा ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग और परिवार के सदस्य जाग गए, जिससे घबराकर आरोपी शिक्षक मौके से फरार हो गया।

गांव के लोगों ने की लात-घूसों से जमकर पिटाई 

  • शुक्रवार सुबह जब यह बात गांव में फैली, तो ग्रामीणों में भारी गुस्सा भड़क उठा। गुस्साए ग्रामीण स्कूल पहुंचे और आरोपी शिक्षक का इंतजार करने लगे। जैसे ही वह स्कूल पहुंचा, ग्रामीणों ने उसे घेर लिया और उसकी लात-घूसों से जमकर पिटाई की।
  •  हालात इतने बिगड़ गए कि स्कूल प्रशासन को तुरंत पुलिस को बुलाना पड़ा। सुनेल थाना प्रभारी विष्णु सिंह ने बताया - पीड़िता के परिजनों ने शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी शिक्षक अभी प्रोबेशन पीरियड पर था।

झालावाड़ कलेक्टर तक पहुंचा मामला

  • झालावाड़ के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राम सिंह मीणा ने इस घटना को अत्यंत गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। शिक्षा निदेशक और संयुक्त निदेशक के निर्देशों के अनुसार, आरोपी के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
  • यह घटना शिक्षा जगत को शर्मसार करने वाली है और सरकारी स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करती है। पुलिस और शिक्षा विभाग दोनों ही इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे हैं।