Rajasthan Heavy Rain: सवाई माधोपुर में रिकॉर्ड 246 मिमी बारिश से शहर जलमग्न, रणथंभौर सफारी बंद। कोटा-बारां में बाढ़ जैसे हालात, स्कूल बंद, रेल-सड़क यातायात प्रभावित। बांधों में पानी बढ़ा, किसानों को राहत लेकिन शहरों में हाहाकार।
Rajasthan Heavy Rainfall Alert: राजस्थान में मानसून ने एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाया है। पिछले 48 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। सवाई माधोपुर (Sawai Madhopur) में 246 मिमी बारिश ने हालात बेकाबू कर दिए, वहीं Kota और Baran में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। स्कूल-कॉलेज बंद, रेल-सड़क यातायात प्रभावित और रणथंभौर सफारी तक को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा है। सवाल यही है-क्या राजस्थान इस बारिश के बाद अब राहत देखेगा या और आफत झेलेगा?
सवाई माधोपुर में रिकॉर्ड बारिश, शहर जलमग्न
सवाई माधोपुर में बीते 24 घंटों में 246 मिमी बारिश दर्ज की गई है। उफान पर बहते नाले और बांध से तेज पानी की निकासी ने पुराने शहर के हालात बिगाड़ दिए हैं। NH-552 की पुलिया बह जाने से सवाई माधोपुर (Sawai Madhopur) का 'श्योपुर (Shyopur) और खण्डार (Khandar) से संपर्क टूट गया।
स्कूल-कॉलेज बंद, प्रशासन अलर्ट मोड पर
भारी बारिश और बिगड़ते हालात को देखते हुए सवाई माधोपुर कलेक्टर ने जिलेभर में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। प्रशासनिक अधिकारी और आपदा प्रबंधन दल लगातार फील्ड में हालात का जायजा ले रहे हैं।
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रणथंभौर नेशनल पार्क में सफारी बंद
बारिश का सबसे बड़ा असर पर्यटन पर पड़ा है। रणथंभौर नेशनल पार्क में नदी-नाले उफान पर हैं और झरने तेज बहाव के साथ बह रहे हैं। पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रणथंबौर सफारी (Ranthambore Safari) बंद कर दी गई है और त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Trinetra Ganesh Temple) मार्ग सील कर दिया गया है।
कोटा-बारां में बाढ़ जैसे हालात
बारां जिले के कई गांव भारी बारिश से टापू बन गए हैं। 40 घंटे से लगातार बारिश ने सड़कों का संपर्क पूरी तरह तोड़ दिया है। कोटा बैराज (Kota Barrage) से 40,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे कस्बों और घरों में पानी भर गया। कोटा संभाग में भी हालात बेकाबू हो रहे हैं।
रेल-सड़क यातायात प्रभावित, SDRF तैनात
सवाई माधोपुर के पास रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से दिल्ली-मुंबई रेल रूट (Delhi-Mumbai Rail Route) बाधित हुआ और कई ट्रेनें घंटों लेट हो गईं। कोटा श्योपुर (Kota-Shyopur) स्टेट हाईवे और अन्य आंतरिक सड़कें भी ठप हैं। हालात को काबू में रखने के लिए पुलिस और SDRF की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं।
बांधों में पानी, किसानों में राहत
जहां शहरों में बारिश आफत बनी है, वहीं बांधों में पानी की आवक बढ़ने से बिलासपुर और जवाई बांध (Jawai Dam) लबालब हो गए हैं। इससे जयपुर समेत कई जिलों की पेयजल आपूर्ति सुधरेगी और किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
आफत भी, राहत भी
राजस्थान में इस बार की बारिश ने दो तस्वीरें सामने रखी हैं। एक ओर शहरों में तबाही और जनजीवन की मुश्किलें, तो दूसरी ओर खेती और जल संसाधनों में सुधार। सवाल यही है-आने वाले दिनों में क्या यह बारिश और राहत लाएगी या फिर आफत का कारण बनेगी?
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