सार
हाईकोर्ट ने स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन को लेकर दायर की गई छात्रों की याचिका को खारिज कर दिया है। ऐसे में अब राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव इस साल नहीं होंगे।
जयपुर। राजस्थान में कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में छात्र संघ चुनाव की तैयारी में लगे छात्र नेताओं को तगड़ा झटका लगा है। छात्रों की ओर से चुनाव कराने को लेकर दी गई याचिका को राजस्थान हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। हाईकोर्ट की जयपुर बेंच न यह फैसला सुनाया है।
सीएम गहलोत ने लगाई थी छात्रसंघ पर चुनाव
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस साल राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का निर्णय लिया था। उनका कहना था कि चुनाव की आड़ में हुड़दंग और माहौल खराब करने की कोशिश के कारण आम नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ती है और विद्यार्थी भी पढ़ाई से भटक जाते हैं।
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छात्रों ने सड़क पर उतरकर किया प्रदर्शन
मुख्यमंत्री गहलोत के इस निर्णय के खिलाफ कई छात्रनेताओं ने विरोध शुरू कर दिया था। सीएम आवास से लेकर यूनिवर्सिटी तक में प्रदर्शन किए गए थे। इसके साथ ही कई जिलों में भी छात्र नेता सड़कों पर उतरकर छात्रसंघ चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे थे।
सीएम के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट गए थे छात्र
सीएम गहलोत के फैसले के खिलाफ छात्र नेता ने कुछ साथियों के साथ हाईकोर्ट में याचिका भी दायर कर दी। हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका लगाई गई थी। इस जनहित याचिका पर आज शनिवार को सुनवाई की गई जिसके बाद हाईकोर्ट में सीजे एजी मसीह की खंडपीठ ने इस याचिका को खारिज कर दिया। यह याचिका अधिवक्ता शांतनु पारीक ने लगाई थी। ऐसे में सरकार की ओर से छात्र संघ चुनाव पर लगाया गया बैन जारी रहेगा।
हाईकोर्ट के निर्णय के बाद अब जिलों की पुलिस ने भी छात्र संघ चुनाव की मांग करने वाले छात्र नेताओं के खिलाफ सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। जयपुर में गांधीनगर थाने में कुछ छात्र नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसी तरह के मुकदमे अन्य शहरों में भी दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।