Rajasthan Weather Today: जयपुर से कोटा तक बारिश का कहर, देखिए तबाही की 5 फोटोज
Rajasthan Monsoon Red Alert के चलते कोटा, बूंदी, बारां में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। भारी बारिश के कारण हाईवे बंद, सेना राहत में जुटी है। 1 जून से 22 अगस्त तक प्रदेश में 476.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड, जो औसत से 42% अधिक है.

जयपुर कोटा में मचा हाहाकार
राजस्थान में इस बार मानसून ने अपना रौद्र रूप दिखा दिया है। लगातार हो रही भारी बारिश ने कई जिलों को पानी-पानी कर दिया है। जयपुर, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, झालावाड़ समेत कई जिलों में हालात बेकाबू हो चुके हैं। निचले इलाकों में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और कई गांव बाहरी दुनिया से कट चुके हैं।
कोटा और बूंदी में रेड अलर्ट जारी
सबसे गंभीर स्थिति कोटा और बूंदी में है, जहां प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी किया है। सेना के जवानों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक रोकना पड़ा, वहीं टोंक के देवली में जयपुर-कोटा हाईवे पानी में डूब गया। बूंदी के लबान के पास रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह जाने से कई ट्रेनों को नजदीकी स्टेशनों पर रोक दिया गया है। कोटा और बूंदी जिलों में 24 अगस्त को होने वाली RSCIT परीक्षा रद्द करनी पड़ी, जबकि कई स्कूल भी बंद कर दिए गए।
करौली के सभी बांध हुए फुल
बारिश का कहर केवल शहरों तक सीमित नहीं है। करौली के पांचना बांध, बीसलपुर, ईसरदा, कालीसिंध और कोटा बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। करौली में 41.5 मिमी, अंता-बारां व चित्तौड़गढ़ में 39 मिमी, दौसा में 33.5 मिमी और जयपुर में 29.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
ओम बिरला और किरोड़ी लाल मीणा ने लिया जायजा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बूंदी के केशोरायपाटन में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। वहीं कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने सवाई माधोपुर जिले में राहत कार्यों का जायजा लिया।
बारां, झालावाड़, टोंक, भीलवाड़ा, अजमेर में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश का यह दौर 25 अगस्त तक जारी रह सकता है। कोटा-बूंदी में रेड अलर्ट, बारां, झालावाड़, टोंक, भीलवाड़ा, अजमेर, नागौर और पाली में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
1 जून से 22 अगस्त तक 476.8 मिमी बारिश हुई
गौरतलब है कि इस साल मानसून औसत से कहीं ज्यादा सक्रिय रहा है। 1 जून से 22 अगस्त तक जहां सामान्यत: 336.5 मिमी बारिश होती है, वहीं इस बार 476.8 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दो दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।