सार

राजस्थान में गौहर चिश्ती को कोर्ट ने "सर तन से जुदा" का नारा लगाने के आरोप से बरी कर दिया है। चिश्ती के नारों के बाद उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या हुई थी। कोर्ट ने दो साल से चल रहे इस मामले में चिश्ती को बरी कर दिया।

जयपुर. मौन जूलूस की अनुमति लेकर भडकाऊ नारे लगाने के आरोपी अजमेर जिले के गौहर चिश्ती को कोर्ट ने बरी कर दिया है। उस पर दो साल से केस चल रहा था, उसे अजमेर पुलिस ने तेलंगाना से अरेस्ट किया था। उस पर जेब केस दर्ज किया गया था तो वह राजस्थान से फरार हो गया था। उसके केस में लगातार तारीखें और सुनवाई जारी थी, आज सुनवाई के बाद उसे बरी कर दिया गया। उसके नारेबाजी के बाद ही उदयपुर मेंं कन्हैया लाल टेलर की हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने वहीं नारे लगाए थे जो गौहर चिश्ती ने अजमेर में लगाए थे।

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दरअसल अजमेर जिले में स्थित ख्वाज साहब की दरगाह पूरे देश में फेमस है। यहां पीएक तक की ओर से भी चादर पेश की जाती है। फिल्मी सितारे, बड़ी हस्तियां का यहां आना जाना लगा रहता है। गौहर चिश्ती दरगाह क्षेत्र का ही रहने वाला है। मई 2022 में एक जुलुस निकालने के लिए चिश्ती ने अजमेर प्रशासन से अनुमति मांगी थी। प्रशासन ने मौन जूलूस निकाले जाने की अनुमति दी थी। लेकिन बाद में 17 मई को जब दरगाह की सीढ़ियों से जूलूस निकाला गया तो वहां पर भडकाउु नारेबाजी की गई थी।

''कोई गुस्ताखी करेगा उसका सिर काट देंगे'

नारे लगाए गए थे कि नबी की शान में जो भी कोई गुस्ताखी करेगा उसका सिर काट देंगे। सिर तन से जुदा.... सिर तन से जुदा के नाम से ये नारे लगाए जाने लगे तो पुलिसवालों के पसीने छूट गए। अफसरों ने तुरंत जूलूस को बंद किया इस दौरान गौहर और उसके साथी फरार हो गए। उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया। इस बयानबाजी और नारेबाजी के बाद 18 मई को कन्हैयालाल टेलर की हत्या कर दी गई थी। पूरे देश में इस हत्याकांड के बाद हंगामा हुआ था। यह केस अभी भी चल रहा है। लेकिन गौहर को अजमेर कोर्ट ने बरी कर दिया है। उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज किया गया था।

 

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