Pali: 10 वर्षीय मासूम के साथ रिश्तेदार की शर्मनाक हरकत ने परिवार के अंदर छुपे स्याह सच को उजागर किया। जब माता-पिता रामदेवरा गए थे, तब हुई यह घटना, जिसने सुरक्षा के मायने ही बदल दिए। पुलिस ने POCSO एक्ट में FIR दर्ज कर मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।

Pali Child Protection Case: राजस्थान के पाली जिले से एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। 10 साल की मासूम बच्ची के साथ उसके ही सगे रिश्तेदार ने आपत्तिजनक हरकत की। घटना तब हुई जब बच्ची के माता-पिता धार्मिक यात्रा के लिए रामदेवरा गए हुए थे। इस दर्दनाक घटना ने सवाल खड़ा कर दिया है-क्या बच्चों की सुरक्षा केवल घर के बाहर ही नहीं, बल्कि घर के भीतर भी खतरे में है?

क्या हुआ उस दिन?

मारवाड़ जंक्शन थाना क्षेत्र के एक परिवार में रहने वाली मासूम बच्ची की कहानी बेहद संवेदनशील है। बच्ची के माता-पिता जब 25 जुलाई को रामदेवरा दर्शन के लिए गए, तब बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी उनकी बहन और बहनोई को दी गई। लेकिन जैसे ही वे वापस लौटे, बच्ची की फुसफुसाती आवाज़ ने परिवार को हिलाकर रख दिया। उसने बताया कि उसी दिन उसके फूफा ने अकेला पाकर उसके साथ गंदी हरकत की, और उसे किसी को बताने पर धमकाया भी।

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पुलिस की कार्रवाई और जांच 

परिवार ने बिना देरी किए 7 अगस्त को मारवाड़ जंक्शन थाने में FIR दर्ज कराई। थाना प्रभारी भारत सिंह रावत के अनुसार, मामला बेहद गंभीर था, इसलिए तुरंत पॉक्सो एक्ट समेत अन्य कड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया। बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और उसके मानसिक स्वास्थ्य के लिए काउंसलिंग भी शुरू की गई है।

 क्या घर ही सबसे बड़ा खतरा? 

यह घटना एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। अक्सर हम सोचते हैं कि बच्चों को बाहरी दुनिया से खतरा है, लेकिन असल में उनके परिवार और रिश्तेदार भी खतरे का कारण बन सकते हैं। यह मामला इस सोच को चुनौती देता है और समाज को सतर्क करता है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए पारिवारिक स्तर पर भी पूरी सावधानी बरतनी होगी।

आक्रोश से पुलिस भी चौकन्नी

इस मामले ने पूरे क्षेत्र में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने साफ किया है कि जांच पूरी पारदर्शिता से की जाएगी और बच्ची को न्याय दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।

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