सार

राजस्थान में 2023 के आखिरी महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी और कांग्रेस ने युद्ध स्तर की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी बीच क्रेंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उदयपुर आ रहे हैं। वहीं BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजस्थान का दौरा कर सकते हैं

जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही जहां सीएम अशोक गहलोत लगातार एक के बाद एक प्रदेश के अलग-अलग महंगाई राहत कैंप शिविरों का अवलोकन कर रहे हैं। इसी बीच राजस्थान में अब भाजपा के बड़े नेता की एक सभा होने जा रही है। जिसमें लाखों की संख्या में लोग मौजूद रहने वाले हैं। हम बात कर रहे हैं राजस्थान में आगामी दिनों में होने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित शाह की सभा की। वहीं चर्चा है कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इसी महीने कोटा के दौरे पर आ सकते हैं। 

उदयपुर में 27 जून को सभा करेंगे अमित शाह

आपको बता दें कि अमित शाह का राजस्थान के उदयपुर में 27 जून को सभा करना प्रस्तावित है। इसके लिए भाजपा के कार्यकर्ता लगातार बैठक में लगे हुए हैं। आपको बता दें कि वर्तमान में भाजपा सरकार के केंद्र में 9 साल पूरे होने पर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में इसका जश्न मनाया जा रहा है। इसके तहत ही प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ऐसे में उदयपुर में इसी के तहत अमित शाह का आना प्रस्तावित है। आपको बता दें कि उदयपुर को मेवाड़ क्षेत्र से प्रसिद्धि मिली हुई है। हाल ही में 10 मई को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसी क्षेत्र में आ कर गए थे। जिसके बाद अब अमित शाह यहां आ रहे हैं।

असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का गहरा नाता

आपको बता दें कि मेवाड़ क्षेत्र हमेशा से बीजेपी का गढ़ रहा है। कारण है कि यहां आज भी जनता राज परिवार से जुड़े लोगों की राय मानती है। हालांकि भाजपा के नेता और वर्तमान में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का यहां काफी ज्यादा प्रभाव था। लेकिन अब असम के राज्यपाल बनने के बाद उनके तैयार किए वोट बैंक में सेंधमारी हो सकती है ऐसे में बीजेपी का प्रयास है कि अभी से ही वोटों को एक किया जाए और वोटर्स को साथ लिया जाए।

उदयपुर जिले में 8 विधानसभा सीटों पर होगा असर

आपको बता दें कि राजस्थान के उदयपुर जिले में 8 विधानसभा सीटें हैं। बीते चुनाव में भी यहां भाजपा को ही बढ़त मिली थी। लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी का प्रयास है कि अभी से ही प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर वोटर्स को साधने का काम शुरू कर दिया जाए। राजनीतिक जानकारों की मानें तो आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह के राजस्थान में दो से तीन दौरे और हो सकते हैं इसके अलावा इतने ही दौरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी होंगे।