सार

भरतपुर के दो सगे भाइयों ने आरजेएस परीक्षा में सफलता हासिल की है। दोनों ने अपने पिता का सपना पूरा किया, जो खुद ज्यूडिशियरी अधिकारी बनना चाहते थे। बड़े भाई की 173वीं और छोटे भाई की 177वीं रैंक आई है।

जयपुर. हाल ही में आरजेएस भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी हुआ है। प्रदेश में 200 से ज्यादा अभ्यर्थी इस परीक्षा में पास हुए। इनमें सिद्धार्थ सिंह कांटया और लितेंद्र सिंह भी शामिल है। यह दोनों भाई भरतपुर के रहने वाले हैं। इस बार जिले में कुल 7 लोग परीक्षा में चयनित हुए। जिसमें यह दोनों सगे भाई भी शामिल है।

दो बेटों ने एक साथ पिता का सपना किया पूरा

यह जिले के नगला बांध इलाके के रहने वाले हैं। इनके पिता जीत सिंह भी राजस्थान ज्यूडिशरी अधिकारी बनना चाहते थे लेकिन उनका सपना सच नहीं हो पाया। ऐसे में उन्होंने अपने दोनों बेटों को शुरू से ही आरजेएस बनाने का सपना देखा हुआ था। दोनों भाइयों ने एक साथ यह सपना पूरा कर दिखाया।

बड़े की 173वीं और छोटे का 177वीं रैंक

इनके पिताजी जीत सिंह खुद वकील है। जिन्होंने दोनों ही बेटों को जयपुर में आरजेएस की तैयारी करवाई। और पहले ही प्रयास में दोनों बेटों का चयन हो गया। बड़े बेटे को 173वीं और छोटे बेटे सिद्धार्थ को 177 वीं रैंक हासिल हुई है। दोनों रोजाना 8 से 9 घंटे की पढ़ाई करते हैं।

पिता को दिया बेटों ने सबसे अच्छा तोहफा

दोनों भाई कहते हैं कि पिता हमेशा से खुद की कहानी बताते थे तो लगता था कि वह तो आरजेएस नहीं बन सके लेकिन चाहे कुछ भी हो हमें यह परीक्षा पास करनी है। इसके बाद दोनों भाइयों ने एक साथ रहकर तैयारी करना शुरू किया और अब यह परीक्षा पास करके दिखा दी। दोनों भाइयों का कहना है कि उन्होंने दीपावली पर अपने पिता को तोहफा दे दिया है।