Sawai Madhopur Rain Havoc: राजस्थान के सवाई माधोपुर के जड़ावता गांव में सूरवाल बांध ओवरफ्लो होने से 2 किमी लंबी, 100 फीट चौड़ी व 55 फीट गहरी खाई बन गई है। खेत, घर, दुकानें व मंदिर डूबे हैं, लोग डरे हुए हैं, सेना-एसडीआरएफ राहत में जुटी है।
Rajasthan Heavy Rain: राजस्थान इन दिनों मूसलाधार बारिश की मार झेल रहा है। कोटा, बूंदी, झालावाड़ और सवाई माधोपुर सहित कई जिलों में भारी तबाही के हालात हैं। नदियां उफान पर हैं, गांवों के गांव जलमग्न हो गए हैं और सड़क से लेकर रेलमार्ग तक सब प्रभावित हो चुका है। हाड़ौती क्षेत्र में तबाही का आलम यह है कि कई लोग अपने घर छोड़ राहत शिविरों में रहने को मजबूर हो गए हैं।
हाड़ौती में बारिश ने मचाई तबाही
कोटा जिले के हरि जी के निमोदा और दीगोद उपखंड में भारी बारिश के बाद 400 से अधिक कच्चे-पक्के मकान ढह गए। ग्रामीण बताते हैं कि कई दशक बाद इतनी भयानक बाढ़ देखी है। घरों का सामान बह गया, मवेशी मरे या बह गए और लोगों का सालभर का अनाज बर्बाद हो गया। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में आपात राहत शिविर लगाए हैं, जहां सैकड़ों लोग ठहरे हुए हैं।
सवाई माधोपुर में प्रकृति का कहर
सवाई माधोपुर के सूरवाल बांध के ओवरफ्लो होने से जड़ावता गांव में विनाशकारी स्थिति बनी। पानी के तेज बहाव से करीब दो किलोमीटर लंबी, 100 फीट चौड़ी और 55 फीट गहरी खाई बन गई। इस खाई में बहते पानी ने दो मकान, दो दुकानें और बालाजी व भेरूजी के मंदिर को निगल लिया। कई किसानों की उपजाऊ जमीन इस कटाव में समा गई। सेना और SDRF की टीमें मौके पर तैनात हैं और आसपास के घरों को खाली करा लिया गया है।
जयपुर भी पानी पानी और थमे ट्रेन के पहिए
- जयपुर में रविवार को लगातार दूसरे दिन हुई बारिश ने शहर की रफ्तार रोक दी। कई इलाकों में जलभराव के कारण यातायात बाधित रहा और ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। घुटने तक पानी भरने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
- भारी बारिश का असर रेलवे संचालन पर भी पड़ा है। उत्तर पश्चिम रेलवे ने कई ट्रेनों का समय बदला है। जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस को शाम के लिए री-शेड्यूल किया गया है, जबकि उदयपुर-योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस की रवाना होने की समयसारिणी बदली गई है। इसके अलावा हिसार-तिरुपति और दौंड-अजमेर स्पेशल रेल सेवाओं को वैकल्पिक मार्गों से चलाया जा रहा है।
अगले 48 घंटों तक राजस्थान में बरपेगा कहर
- प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बाढ़ग्रस्त इलाकों में न जाएं और अफवाहों पर ध्यान न दें। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे हालात और बिगड़ने की आशंका है।
- राजस्थान इस समय प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है, लेकिन राहत और बचाव दल लगातार प्रयासरत हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश का सिलसिला नहीं थमा, तो नुकसान और बढ़ सकता है।