सार
बिपरजॉय तूफान से राजस्थान में बारिश कहर बनकर बरसी है। अब पानी तो रुक गया है, लेकिन जमीन से सांप निकल रहे हैं। एक ही रात में 19 से ज्यादा लोगों को सांप काट चुके हैं। दहशत ऐसी है कि इलाके लोग रातभर सो नहीं सके।
बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले में आफत कम होने का नाम नहीं ले रही। गुजरात के बाद जब बिपरजॉय तूफान राजस्थान में आया तो उसने बाड़मेर जिले से एंट्री की और दो दिन में पूर जिले को ही तहस नहस कर दिया। सैंकड़ों लोग बेघर हो गए। कई लोगों की मौत हो गई। करोड़ों रुपयों का नुकसान हो गया। इस आफत के बीच सोमवार को बड़ा सड़क हादसा हुआ जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और पांच बेहद गंभीर रुप से घायल हो गए। अब नई आफत आ गई जिले पर....। वह भी रात के अंधेरे में। हालात ये हो गई है कि लोग टॉर्च और बैटरियों के साथ हाथ में लट्ठ लेकर पहदेदारी करने को मजबूर हैं। नंबर के हिसाब से सो रहे हैं और बाकि लोग पहरा दे रहे हैं।
चक्रवाती तूफान के बाद अब बाड़मेर में आई ये नई आफत
दरअसल, बाड़मेर जिले के बड़े सरकारी अस्पताल चौहट्टन अस्पताल में करीब बीस लोगों को कुछ ही घंटों में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये लोग स्नेक बाइट यानि सांप के काटने का शिकार हुए हैं। इनमें से अधिकतर पुरुष हैं। ये सभी लोग आसपास के गांव नवातला, चाडार, गंगाला, खारिया राठौरान समेत अन्य गांवों के हैं। इन लोगों को सांप के काटने के कारण अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। लगभग सभी को कोबरा सांप ने काटा है। चिकित्सकों का कहना है कि अधिकतर लोग सही समय पर अस्पताल आ गए तो सभी को बचा लिया गया। सभी को दवाईयों दे दी गई है और आने वाले कुछ दिन ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा। चिकित्सकों ने कहा कि सही समय पर सांप काटने के केस के बाद इलाज मिल जाए तो जान सौ फीसदी बच जाती है।
अब जमीन से निकल रहे हैं साफ और कई जंतु
उल्लेखनीय है कि चक्रवाती तूफान के बाद बाड़मेर के कई इलाकों में उमस का असर होने लगा है। ऐसे मे सर्प प्रजाती के बड़े जीव जंतु बिलों से बाहर आ रहे हैं और उसके बाद जो भी उनको शिकार जैसा लगता है या जिससे भी डर लगता है उस पर हमला कर देते हैं।