सार
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत के करीबी मंत्री महेश जोशी के बेटे की अब मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। क्योंकि उसके बेटे का रेप और गर्भवात का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।
जयपुर. राजस्थान में 2 महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। एक तरफ जहां सीएम अशोक गहलोत और उनके मंत्री-विधायक सरकार रिपीट करवाने की आस में लगातार जनसंपर्क में जुटे हैं। इसी बीच राजस्थान में जलदाय मंत्री महेश जोशी के परिवार के सदस्य पर संकट गहरा गया है। करीब डेढ़ साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मंत्री के बेटे को नोटिस जारी किया है। जिसका जवाब अब 2 सप्ताह में देना होगा।
जयपुर से दिल्ली तक ऐसे पहुंचा मामला
आपको बता दें कि महेश जोशी के बेटे रोहित पर रेप केस होने के बाद मामला दिल्ली कोर्ट तक पहुंचा था। जिसके बाद दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने रोहित को अग्रिम जमानत दे दी थी। मामले में 7 महीने से कोई सुनवाई तक नही हुई। दिल्ली की कोर्ट ने इस मामले अब सुनवाई का समय जनवरी 2024 तय किया हुआ है। लेकिन अब पीड़िता ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दायर की है।
रेप पीड़िता को लगातार मिल रहीं मौत की धमकियां
पीड़िता के वकील का कहना है कि रोहित को अग्रिम जमानत मिलने के बाद लगातार पीड़िता के परिवार और पीड़िता को धमकियां मिल रही है। यहां तक कि केस वापस लेने को लेकर पीड़िता पर हमला भी हुआ है।इसी को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट ने 2 सप्ताह में जवाब मांगा है। वहीं आपको बता दें कि जमानत मिलने के बाद कई बार रोहित जोशी को सार्वजनिक कार्यक्रम में अपने पिता के साथ देखा गया था।
रेप के साथ लड़की का कराया था गर्भपात
आपको बता दें कि मंत्री महेश जोशी के बेटे पर युवती ने दिल्ली में दुष्कर्म कर जबरन गर्भपात कराने सहित कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज करवाया था। लड़की का आरोप था कि रोहित जोशी ने उसे नशीला पदार्थ खिलाकर कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। लड़की ने रोहित जोशी पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया है। पीड़िता ने दिल्ली के सदर बाजार थाने में रोहित जोशी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।