सार

राजस्थान के बाड़मेर से एक ऐसे स्टूडेंट की कहानी सामने आई है। जो यूपीएससी की परीक्षा में लगातार सात बार फेल हुआ। लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी, आठवीं बार उसका सिलेक्शन हो गया है। उसने अपनी कमी और कुछ टिप्स भी शेयर किए हैं।

बाड़मेर (राजस्थान). हम किसी काम को एक बार करते हैं, 2 बार करते हैं लेकिन जब वह नहीं हो पाता है तो हम उस काम को छोड़ ही देते हैं और भविष्य में कभी भी यह नहीं सोचते कि उस काम को करेंगे लेकिन यदि राजस्थान का एक लड़का इस तरह से सोच लेता तो आज वह यूपीएससी पास नहीं कर पाता। हम बात कर रहे हैं राजस्थान के बाड़मेर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले मोहनदास की।

7 बार फेल हुआ...लेकिन 8वीं बार पास कर ली UPSC

जो यूपीएससी के एग्जाम में 7 बार फेल होकर आठवीं बार में पास हुए हैं। मोहनदास बताते हैं कि 2014 से 2017 तक उन्होंने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में मैंस एग्जाम तो पास कर लिए लेकिन इंटरव्यू तक नहीं पहुंच पाए और फिर साल 2018,2019 और 2021 तो इतनी खराब रहे कि वह फेल हो गए लेकिन इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और यूपीएससी क्रैक कर 710 वीं रैंक हासिल की है।

UPSC क्रैक के बाद अब इंडियन रेवेन्यू रेलवे में नौकरी तय

मोहनदास ने बताया कि अब यह रैंक आने के बाद उनकी नौकरी इंडियन रेवेन्यू इंडियन रेलवे डिपार्टमेंट में मिलना तय है। यदि इस बार भी सिलेक्शन नहीं होता तो उनके पास केवल दो मौके और होते एग्जाम देने के लेकिन आखिरकार उनकी मेहनत रंग ला गई और वह एग्जाम में पास हो गए। मोहनदास बताते हैं कि फिलहाल वह एक कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है।

मोहनदास ने शेयर किए UPSC क्रैक करने के टिप्स

कॉलेज में स्टूडेंट्स को पढ़ाने के दौरान खुद के लिए पढ़ाई का समय नहीं मिल पाता था। लेकिन जैसे तैसे मोहनदास ने खुद का टाइम मैनेजमेंट करना शुरू किया और वह रोज करीब 7 से 8 घंटे अपनी भी पढ़ाई को दे ही देते। अपनी इस सफलता के बारे में मोहन दास का कहना है कि जब हमें कुछ हासिल करना होता है तो हमें उसे टारगेट बना ही देना चाहिए फिर चाहे कैसी भी परिस्थितियां क्यों ना हो हम उसे पाए बिना नहीं रह सकते।