सार
जज एक ऐसा पद है जिसके आगे मंत्री -विधायक हों या फिर अफसर सभी उनको सैल्यूट करते हैं। राजस्थान में लूट और हत्या-बलात्कार के लिए पूरे देश में फेमस भरतपुर से से निकलकर एक बेटी ने इतिहास रचते हुए न्यायिक सेवा परीक्षा पास करते हुए जज बन गई है।
भरतपुर (राजस्थान). हाल ही में दिल्ली की न्यायिक सेवा परीक्षा में अंजली नाम की लड़की ने सातवां स्थान हासिल कर लिया है। इस सफलता के बाद राजस्थान के भरतपुर जिले की चर्चा हो रही है। दरअसल अंजलि राजस्थान के भरतपुर जिले की रहने वाली है जिसने रोज करीब 15 से 20 घंटे पढ़कर एग्जाम में सातवां स्थान हासिल किया है।
5 साल तक बेटी ने दिन-रात की मेहनत, तब जाकर मिली कामयाबी
अंजली के पिता फतेह सिंह और मां दोनों ही सरकारी टीचर है। जबकि छोटा भाई अभी बेंगलुरु से बीटेक कर रहा है। बचपन से ही अंजलि को पढ़ाई का शौक रहा। उसने 12वीं में भी करीब 96% हासिल किए इसके बाद वह आगे की पढ़ाई करने के लिए उन्हें चली गई। यहां उसने 5 साल तक वकालत की पढ़ाई पूरी करी। इसके बाद अंजलि ने सबसे पहले आरजेएस की परीक्षा दी लेकिन उसमें अंजली का सिलेक्शन नहीं हो पाया।
बनाया जिंदगी में ऐसा लक्ष्य की सफलता कदमों में आ गई
सफलता नहीं मिलने के बाद अंजलि ने लक्ष्य बना लिया कि अब उसे दिल्ली की न्यायिक सेवा परीक्षा देनी है। आखिरकार हुआ यूं कि पिछले 1 साल से अंजलि ने तैयारी करना शुरू की। डेडीकेटेड होकर मोबाइल और इंटरनेट यूज करना तक छोड़ दिया और लगातार हर रोज 15 से 20 घंटे तक पढ़ाई करती रही इसके बाद उसने अब यह सातवां स्थान हासिल किया है। अंजली बताती है कि माता-पिता के टीचर होने के चलते घर में हमेशा से पढ़ाई का माहौल रहता था।