IPS मृदुल कच्छावा कौन: डकैतों को गजनी बनाकर ब्लाउज पहनाकर बने चंबल के रियल हीरो
Who is IPS Mridul Kachhawa : गुंडों को गजनी बनाकर चोली पहनाने वाला राजस्थान का यह आईपीएस अफसर मृदुल कच्छावा सिर्फ अफसर नहीं, एक सिस्टम सुधारने वाला योद्धा है। उनकी कहानी हर उस युवा को प्रेरित करती है जो संघर्ष के बाद भी बड़ा सोचने की हिम्मत रखता है।

IPS मृदुल कच्छावा का नाम सुनते ही कांप उठते हैं अपराधी
राजस्थान पुलिस के इतिहास में हाल ही में नागौर में जो कुछ हुआ, उसने आमजन को चौंका दिया और अपराधियों को डराने वाला एक स्पष्ट संदेश दे दिया। शहर में महिला के वेश में ठगी करने वाले गिरोह को जब रंगेहाथ पकड़ा गया, तो उन्हें ना सिर्फ गिरफ्तार किया गया, बल्कि महिलाओं की चोली में कोर्ट तक परेड कराई गई। सिर का मुंडन करवा कर ‘गजनी’ जैसा लुक दिया गया, ताकि आम लोगों को भी ठगों से सतर्क किया जा सके। यह पूरा ऑपरेशन एक ऐसे अधिकारी के नेतृत्व में हुआ, जिनका नाम सुनते ही अपराधियों की रूह कांप उठती है, यह अधिकारी हैं आईपीएस मृदुल कच्छावा।
विदेशों की लग्जरी नौकरी छोड़कर बने IPS
आईपीएस मृदुल कच्छावा का यह एक्शन केवल एक गिरफ्तारी नहीं था, बल्कि समाज को यह दिखाने का तरीका भी था कि अपराध करोगे, तो कानून सिर्फ कानूनी सजा ही नहीं, सामाजिक शर्मिंदगी भी दिलाएगा। यह सोच और हिम्मत आई थी एक ऐसे पुलिस अधिकारी से, जो कभी विदेशी बैंक में आरामदायक नौकरी छोड़कर देश सेवा के लिए वर्दी पहनने का सपना लेकर निकला था।
बीकानेर के गंगशहर में जन्में मृदुल कच्छावा
बीकानेर के गंगशहर में जन्मे मृदुल कच्छावा का सफर असाधारण रहा है। 30 अगस्त 1989 को जन्मे मृदुल की प्रारंभिक पढ़ाई बीकानेर व जयपुर में हुई। कॉमर्स कॉलेज जयपुर से बीकॉम और फिर राजस्थान यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल बिजनेस में मास्टर्स किया। इसके बाद CA और CS की पढ़ाई के दौरान जर्मनी की एक बैंक में नौकरी मिली, लेकिन मन में तो सेना में जाने का सपना था। एनडीए की दो बार असफलता के बाद उन्होंने यूपीएससी की ओर रुख किया। 2014 में पहली बार परीक्षा पास की, लेकिन डाक सेवा मिली। संतुष्ट नहीं हुए—2015 में दोबारा परीक्षा दी और 216वीं रैंक के साथ भारतीय पुलिस सेवा में चुने गए।
डकैतों से मुठभेड़ और साइबर ठगों की धरपकड़
हर रोल में ‘एक्शन हीरो’ धौलपुर में एसपी रहते हुए, मृदुल कच्छावा ने चंबल के बीहड़ों में AK-47 लेकर ऑपरेशन चलाया और 22 डकैतों को गिरफ्तार किया। सालभर में 57 से ज्यादा अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा। इनमें पप्पू गुर्जर, रघुराज गुर्जर जैसे नामी डकैत शामिल रहे। अब नागौर में तैनाती के बाद उन्होंने फिर से दिखाया कि वो सिर्फ रूटीन फाइलवर्क के अधिकारी नहीं हैं।
अपराधियों को गजनी बनाकर निकाली रैली
मृदुल कच्छावा ने महिला के भेष में ठगने वाले अनिल, पूरणमल और कुलभूषण को जिस तरीके से पकड़कर, चोली पहनाकर और गंजा कर कोर्ट में परेड कराई गई। उससे अपराधियों के मन में पुलिस का खौफ और जनता के मन में सुरक्षा का भरोसा फिर से जागा है।
IPS की बेटी को बनाया पत्नी
निजी जीवन में भी अनुशासित और प्रेरणादायक अफसर मृदुल की शादी 2018 में कनिका सिंह से हुई, जो खुद एक आईपीएस अधिकारी की बेटी हैं। मृदुल को घुड़सवारी, बास्केटबॉल, डॉग्स पालने और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी का शौक है।