सार
कोटा न्यूज। राजस्थान के कोटा जिले के सुकेत थाना इलाके में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें खेलते-खेलते बच्चों ने गलती से आटे के साथ चूहों को मारने वाली दवा खाली। घटना के बाद तीनों बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। परिजनों ने बताया कि हॉस्पिटल में भर्ती बच्चे प्रियंका, तमन्ना और रवि है, जो आपस में भाई बहन है।
रिपोर्ट के मुताबिक तीनों बच्चों की हालत में सुधार है। बता दें कि तीनों की उम्र 3 साल से कम है। परिजनों का कहना है कि उन्हें पता ही नहीं चला कि कैसे चूहे मारने की दवा खा गए। जब अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी तब अस्पताल ले जाने के बाद पता चला कि उन्होंने जहरीला पाउडर आटा समझ के खा लिया है। इसके बाद जब परिवार वालों ने खोजबीन की तो देखा कि जहर की पुड़िया खुली हुई थी, जिसके चलते उनका शक यकीन में बदल गया।
समय पर पहुंचने पर बच्चों की बच पाई जान
अस्पताल के डॉक्टर्स ने बताया कि बच्चों को समय रहते अस्पताल लाया गया जिसके चलते उनकी तबीयत में जल्द सुधार आ गया। अगर जहर पूरे शरीर में फैल जाता तो स्थिति गंभीर हो सकती थी। बता दें कि आमतौर पर लोग घरों में चूहे मारने की दवा बेहद कम मात्रा में रखते हैं। लेकिन बच्चों के घर में चूहे काफी ज्यादा हो चुके थे। इसलिए परिवार के लोगों ने चूहे मारने की दवा काफी मात्रा में घर में रखी हुई थी। दवा भी फर्श के ऊपर ही रखी थी। जिसके चलते बच्चों ने उसे आटे में मिला लिया और खा गए।
घर में किन चीजों को बच्चों के पहुंच से रखें दूर
बता दें कि जिनके घर में बच्चे होते हैं। उन्हें हमेशा इस बात का ध्यान देना चाहिए कि वो कोई भी ऐसी खतरनाक सामान न रखे जिसे बच्चों को नुकसान हो। अगर रखे भी तो पहुंच से दूर रखे। जैसे मिट्टी का तेल, चूहे मारने वाली दवा, जमीन साफ करने वाला लिक्विड, सर्फ, नहाने या कपड़े धोने का साबुन और दवाएं।
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