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एक खास वजह से यहां लड़कियां पहन कर आईं पूरे परिवार का सोना, एक-एक ने पहना था 40 तोला गोल्ड
कहते हैं कि सोना महिलाओं का असली गहना होता है। हर महिला के पास एक आभूषण तो गोल्ड का होता ही है। राजस्थान के बाड़मेर में एक ऐसा इवेंट चल रहा है, जहां हर महिला 30 से 40 तोला गोल्ड पहनकर आई थी। सिर से लेकर पैर तक सिर्फ गोल्ड ही गोल्ड नजर आ रहा था।
| Published : Mar 19 2023, 10:36 AM IST / Updated: Mar 19 2023, 10:37 AM IST
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बाड़मेर. राजस्थान प्रदेश हमेशा से अपने रीति-रिवाजों और परंपराओं को लेकर पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है। अब बदलते युग के साथ-साथ यहां अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग नीलू का भी आयोजन होने जा रहा है। ऐसे मेलों में होने वाले इवेंट भी बेहद अलग ढंग से होते हैं। ऐसा ही एक इवेंट थार सुंदरी होता है राजस्थान के बाड़मेर जिले में। इस इवेंट में विनर बनने के लिए लड़कियां केवल अपने ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के गहने पहन कर आ जाती है।
आपको बता दें कि थार महोत्सव का आयोजन बाड़मेर में पिछले कई सालों से हो रहा है। इस बार भी यह आयोजन हुआ। इसमें थार सुंदरी इवेंट को लेकर पहले से ही लोग काफी उत्साहित थे। खासकर महिलाएं इसकी पिछले काफी लंबे समय से इंतजार कर रही थी। जब कार्यक्रम आयोजित हुआ तो इसमें युवतियां 30 से 40 तोले सोने के जेवरात और राजपूती ड्रेस पहन कर आई।
सूरज की रोशनी के बीच यह जेवरात अलग ही आभा छोड़ रहे थे। युवतियों ने बताया कि उन्होंने कुछ कहने अपनी मां के पहने हुए हैं तो कुछ रिश्तेदारों से लेकर। हमारे मुंह में कितने दांत नहीं होते अपने शरीर पर उससे ज्यादा तो युवतियों ने गहने पहने हुए थी। युवतियों ने बताया कि इन जेवरातों को पहनना और तैयार होना इतना आसान नहीं है इसमें भी करीब 3 से 4 घंटे का समय लगता है।
कार्यक्रम में आई रूप कंवर ने बताया कि गहने पहन कर उसे ऐसा लग रहा हो मानो उसके शरीर से एकदम वजन बढ़ गया हो। वही कार्यक्रम में आई संगीता ने बताया कि उसने 50 तोला सोना पहना है। जो बैंक के लॉकर में ही रखा हुआ था।
इस साल थार सुंदरी बनने वाली कोमल है। जो पैसे से एक सरकारी कर्मचारी है। जिसने हाल ही में जैसलमेर में आयोजित हुए मरू महोत्सव में मुमल का भी खिताब जीता था। इसके बाद से ही वह ऐसे ही कार्यक्रमों में जीतने के लिए हिस्सा लेने लगी थी। कोमल पेशे से शिक्षा विभाग में जूनियर असिस्टेंट है।