सार
राजस्थान में एक नवविवाहिता ने अपने ही पति को जहर देकर मार डाला। उसकी सिर्फ इतनी सी गलती थी कि वह अनपढ़ था और उसकी पत्नी पढ़ी लिखी थी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी बीवी को गिरफ्तार कर लिया है।
भीलवाड़ा. कहते हैं पढ़ लिख कर इंसान होशियार हो जाता है। लेकिन राजस्थान से एक ऐसा वाक्या सामने आ रहा है। जिससे साफ पता चल रहा है कि अगर नवविवाहिता पढ़ी लिखी नहीं होती तो शायद एक इंसान की जिदंगी बच जाती। दरअसल भीलवाड़ा में एक बीवी ने अपने ही पति को इसलिये जहर देकर मार दिया क्योंकि वह पढ़ी लिखी थी और उसका पति अनपढ़ था।
अनपढ़ पति को दिया जहर
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की रहने वाली एक लड़की बीए फाइनल की पढ़ाई कर रही थी और कॉलेज जाया करती थी। परिवार वालों ने उसकी शादी कर दी। शादी के बाद उसे पता चला कि पति अनपढ़ है। तो नवविवाहिता ने उसकी हत्या कर दी। एक दिन उसके खाने में जहर मिलाकर उसे मार दिया। भीलवाड़ा जिले के सदर थाना इलाके में हुए इस हत्याकांड के बाद अब पुलिस ने मृतक की पत्नी को अरेस्ट किया है।
पत्नी को हिरासत में लेते ही खुला राज
सदर पुलिस ने बताया कि धुमडास गांव में रहने वाले मदन लाल गाडरी की हत्या के बाद उसके भाई नारायण ने पुलिस को सूचना दी थी और मदन की पत्नी टीना पर शक जाहिर किया था। पुलिस ने टीना की तलाश की तो वह नहीं मिली। कई दिनों की तलाश के बाद जब टीना को हिरासत में लिया गया तो हत्या का पूरा राज खुल गया।
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आटा साटा प्रथा में हुई थी शादी
पता चला कि टीना और मदन की शादी आटा - साटा प्रथा के तौर पर हुई थी। टीना को मदन के बारे में कुछ पता नहीं था। जब वह मदन के घर आकर रहने लगी तो पता चला कि मदन एक फैक्ट्री में मजदूरी करता है, शराब पीता है और अनपढ़ है। अनपढ़ होने पर टीना को चिड़ होने लगी। टीना ने पुलिस को बताया कि वह बीए फाइनल कर रही थी और मदन से कहीं ज्यादा पढ़ी लिखी थी। इसी बात पर झगड़ा होता था और झगड़े के चलते कुछ दिन पहले मदन के खाने में टीना ने जहर मिला दिया और उसकी हत्या कर दी। उल्लेखनीय है कि राजस्थान के कई गावों में आज भी आटा - साटा प्रथा चलती है। आटा साटा प्रथा के चलते ही हत्या और अन्य जघन्य अपराध के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
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