दिल्ली धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट के चलते अयोध्या हनुमानगढ़ी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. गेटों पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं और हर श्रद्धालु की स्कैनिंग की जा रही है. पुलिस को आशंका है कि आतंकी धार्मिक स्थलों को निशाना बना सकते हैं.
देश की राजधानी दिल्ली में हुए धमाके ने सिर्फ पुलिस ही नहीं बल्कि पूरे सुरक्षा तंत्र को झकझोर दिया है. इसी बीच सुरक्षा एजेंसियों को लगातार ऐसे इनपुट मिल रहे हैं, जिनसे साफ संकेत मिलता है कि आतंकी संगठन अब धार्मिक प्रतिष्ठानों को निशाना बना सकते हैं. ऐसे माहौल में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर की सुरक्षा को पूरी तरह अपग्रेड कर दिया है. मंदिर के गेट से लेकर अंदरूनी रास्तों तक हर जगह चेकिंग और निगरानी बढ़ा दी गई है.
सख्त सुरक्षा: सभी गेटों पर मेटल डिटेक्टर, प्रवेश पूरी तरह नियंत्रित
हनुमानगढ़ी में अब कोई भी बिना स्कैनिंग के भीतर नहीं जा सकता। चाहे श्रद्धालु हों, पुजारी, वीआईपी अथवा हथियारबंद सुरक्षाकर्मी, हर किसी को मेटल डिटेक्टर से होकर ही प्रवेश मिलेगा.
- सामान्य गेटों पर मेटल डिटेक्टर
- वीआईपी गेटों पर अतिरिक्त सुरक्षा
- एंट्री और एग्जिट दोनों पर चेकिंग
- हर आने-जाने वाले का डिजिटल रिकॉर्ड
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, जोखिम इसलिए ज्यादा है क्योंकि भारी भीड़ में किसी संदिग्ध के वेष बदलकर प्रवेश करने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता.
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दिल्ली धमाके के बाद देशभर के धार्मिक स्थलों पर बढ़ी सतर्कता
दिल्ली में हुए धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूर्ण अलर्ट पर हैं. विभिन्न स्रोतों से मिल रहे इनपुट की जांच की जा रही है. इन्हीं इनपुट्स में यह चेतावनी भी मिली है कि महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों पर हमला हो सकता है। इसी वजह से-
- पहले राम मंदिर की सुरक्षा बढ़ाई गई
- अब हनुमानगढ़ी को भी हाई-सिक्योरिटी जोन में बदला गया है
अयोध्या में रोजाना लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं, ऐसे में सुरक्षा में किसी तरह की कमी की गुंजाइश नहीं छोड़ी जा रही.
एक-एक श्रद्धालु की स्कैनिंग, डिजिटल डेटा का रिकॉर्ड
हनुमानगढ़ी में रोजाना लगभग एक लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि भीड़भाड़ के बीच कोई आतंकी सामान्य श्रद्धालु बनकर मंदिर में घुसने की कोशिश कर सकता है. इसी संभावना को ध्यान में रखते हुए-
- हर प्रवेश द्वार पर कंप्यूटरीकृत मेटल डिटेक्शन
- सभी आगंतुकों का डिजिटल डेटा रिकॉर्ड
- सुरक्षा कर्मियों की तैनाती में वृद्धि
यह व्यवस्था लगातार और रियल-टाइम मॉनिटरिंग सुनिश्चित करेगी.
संतों के साथ देर रात बैठक, सहमति के बाद लागू हुई नई व्यवस्था
सुरक्षा सख्त करने से पहले पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने हनुमानगढ़ी के संत-महंतों से बैठक की. उन्हें इनपुट की गंभीरता के बारे में बताया गया. संतों ने भी सुरक्षा बढ़ाने के लिए सहमति दी.हनुमानगढ़ी के महंत ज्ञान दास महाराज के उत्तराधिकारी संजय दास ने कहा-
पूरे देश में हाई अलर्ट की स्थिति है और खासकर मंदिरों-मठों को टार्गेट करने की संभावना जताई गई है. इसलिए सभी को सुरक्षा व्यवस्था में पूर्ण सहयोग करना चाहिए.
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