सार
काशी विश्वनाथ धाम और श्री राम जन्मभूमि मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर बांके बिहारी मंदिर के लिए 500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से कॉरिडोर निर्माण की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। लेकिन इसे लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है।
मथुरा. उत्तर प्रदेश सरकार वृंदावन का कायाकल्प करने जा रही है। यहां काशी विश्वनाथ धाम और श्री राम जन्मभूमि मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर बांके बिहारी मंदिर के लिए 500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से कॉरिडोर निर्माण की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। लेकिन इसे लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। मामले में 18 सितंबर को हाईकोर्ट में सुनवाई रखी गई।
क्या है Banke Bihari Corridor और क्यों हो रहा विरोध, पढ़िए 10 बड़ी बातें
1.यूपी सरकार ने काशी विश्वनाथ धाम और श्री राम जन्मभूमि मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के लिए 500 करोड़ रुपये की कॉरिडोर निर्माण की कार्ययोजना तैयार की है। इसका मकसद यहां की व्यवस्थाओं में सुधार और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।
2. बांके बिहारी मंदिर के इर्द-गिर्द करीब 5 एकड़ में प्रस्तावित कॉरिडोर को लेकर स्थानीय मंदिरों के पुजारियों और रहवासियों ने विरोध करते हुए हाईकोर्ट में याचिका लगा दी।
3. बांके बिहारी के भक्त बताने वाले अनंत शर्मा ने हाईकोर्ट में यह याचिका दाखिल की है। इसमें पूछा गया है कि सरकार बांके बिहारी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए क्या इंतजाम कर रही है?
4. मंदिर के गोस्वामियों और समाजसेवी मधु मंगल शुक्ला की तरफ से दाखिल याचिका में कहा गया है कि सरकार उनका पक्ष नहीं सुन रही है। मंदिर में आए दान के पैसों को सरकार कॉरिडोर में खर्च कर रही है।
5. 24 मार्च को हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए महाधिवक्ता से मध्यस्थता कराने नाम मांगा था। हालांकि 4 सितंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में दोनों पक्षों के बीच सहमति नहीं बन पाई थी। इसके बाद कोर्ट ने यह तारीख 18 सितंबर तय की थी।
6.बांके बिहारी मंदिर के लिए तैयार हुई कार्य योजना का प्रेजेंटेशन 10 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष हुआ था। उन्होंने इसमें कुछ सुधार सुझाए थे।
7.हाईकोर्ट ने एक सुनवाई के दौरान मथुरा में जन्माष्टमी-2022 को अफरा-तफरी मचने पर 2 श्रद्धालुओं की मौत के बाद सरकार से इस दिशा में कार्ययोजना पूछी थी।
8.बांके बिहारी कॉरिडोर का निर्माण कार्य इसी साल शुरू होने की उम्मीद है, अदालत से मंजूरी मिलते ही कंस्ट्रक्शन शुरू हो जाएगा।
9.वृंदावन की गलियों का इतिहास 5255 साल पुराना है। इन्हीं गलियों में भगवान श्रीकृष्ण रास रचाते थे, माखन चोरी करते थे।
10.वृंदावन का दिल कहे जाने वाले बांके बिहारी मंदिर के चारों तरफ 22 कुंज गलियां हैं, कॉरिडोर 5 एकड़ में बनेगा। इसका सर्वे कुछ महीने पहले पूरा हो चुका था।
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