बीबीडी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सीएम योगी ने युवाओं को समाधान-केन्द्रित सोच अपनाने, तकनीक और संस्कारों के संतुलन पर जोर दिया। उन्होंने यूपी के विकास, निवेश, तकनीक, स्किल और शिक्षा में आए बदलावों पर विस्तार से बात की।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में युवाओं से कहा कि जीवन में हमेशा प्रयास करते रहें। उन्होंने कहा कि सफलता के दो ही रास्ते हैं—समाधान की ओर बढ़ना या समस्या में फंसकर रुक जाना। अगर समाधान की तरफ आगे बढ़ेंगे, तो मंजिल ज़रूर मिलेगी। उन्होंने युवाओं को समझाया कि हर व्यक्ति में क्षमता होती है, ज़रूरत सिर्फ सही मार्गदर्शन की है। संस्थान, शिक्षक, अभिभावक और नेता—सभी आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बन सकते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास को याद किया

सीएम योगी ने दीक्षांत समारोह के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास और विश्वविद्यालय के संस्थापक पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास गुप्ता को याद किया। उन्होंने 2011 से अब तक विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों और खेल सुविधाओं की सराहना की।

भारत की बदलती सोच और प्राचीन गुरुकुल परंपरा का उल्लेख

सीएम योगी ने कहा कि यह दीक्षांत समारोह सिर्फ उपाधि देने का अवसर नहीं, बल्कि बदलते भारत की नई ऊर्जा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत की प्राचीन शिक्षा प्रणाली में दुनिया प्रेरणा लेती थी, लेकिन जब हमने दुनिया का अनुसरण शुरू किया, तो हमारी शक्ति कम होती गई। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में जो भी विकास हो रहा है, वह उन महान विभूतियों की सोच का परिणाम है, जिन्होंने यूपी के भविष्य की कल्पना पहले ही कर ली थी।

मोदी सरकार ने खेल और फिटनेस को नई दिशा दी

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने कई क्षेत्रों में लंबी छलांग लगाई है। खेलो इंडिया, फिट इंडिया और सांसद खेलकूद जैसी योजनाओं ने युवाओं में खेल के प्रति उत्साह बढ़ाया है। उन्होंने बीबीडी विश्वविद्यालय में मौजूद खेल सुविधाओं की भी तारीफ की और कहा कि यह संस्था नए मानक स्थापित कर रही है।

इमर्जिंग टेक्नोलॉजी में 10 कदम आगे बढ़ने पर जोर

सीएम योगी ने कहा कि बीबीडी सिर्फ डिग्री देने वाला संस्थान नहीं है, बल्कि इमर्जिंग टेक्नोलॉजी का नया हब बन सकता है। उन्होंने कहा कि दुनिया तकनीक को तेजी से अपना रही है। अगर हम आगे की सोच रखेंगे, तो दुनिया हमें फॉलो करेगी। उन्होंने 2014 के बाद देश की धारणा में आए बदलाव का भी जिक्र किया और कहा कि निराशा से आशा की तरफ बढ़ने में मोदी सरकार ने बड़ा योगदान दिया।

मोदी सरकार ने स्केल को स्किल में बदला

सीएम योगी ने कहा कि मोदी सरकार ने छोटे-छोटे प्रयोगों से बड़े परिणाम दिए। जब गरीबों के बैंक खाते खोले गए, तब कई लोगों ने इसका विरोध किया, लेकिन आज करोड़ों परिवार डीबीटी से जुड़े हैं और भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार हुआ है। उन्होंने डिजिटल इंडिया, शिक्षा नीति और स्किल डेवलपमेंट को युवाओं के उज्ज्वल भविष्य का आधार बताया।

बीबीडी विश्वविद्यालय में स्किल और स्केल का संतुलन

सीएम योगी ने कहा कि भारत युवा देश है और यहां 56% आबादी कामकाजी है। संस्थानों को उनके सपनों के अनुरूप ढलना होगा। उन्होंने कहा कि बीबीडी में स्किल और स्केल का बेहतरीन मिश्रण दिखाई देता है। उन्होंने सलाह दी कि एआई, रोबोटिक्स, ड्रोन टेक्नोलॉजी, आईओटी आदि पर केंद्रित शॉर्ट टर्म और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जाएं।

तकनीक के साथ संस्कारों की भी आवश्यकता

सीएम योगी ने कहा कि तकनीक महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके साथ समाजिक मूल्यों को भी जोड़ना ज़रूरी है। उन्होंने सीवर सफाई में रोबोटिक्स के उपयोग, ट्रैफिक सेंस, सिविक सेंस और स्वच्छता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को तकनीक के साथ-साथ संस्कारों से भी जोड़ना होगा, तभी विकसित भारत का सपना पूरा होगा।

जनसहभागिता से यूपी हर योजना में Top-3 में

सीएम योगी ने बताया कि 2017 से पहले यूपी विकास सूचकांकों में पीछे रहता था। सत्ता में आने के बाद सरकार ने जनसहभागिता पर जोर दिया और आज यूपी भारत सरकार की हर स्कीम में टॉप-3 में है।

कानून व्यवस्था सुधरी, निवेश में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

सीएम योगी ने कहा कि 2017 में यूपी की छवि बिगड़ी हुई थी, लेकिन अपराध और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर सरकार ने माहौल बदला। उन्होंने बताया कि जिन राज्यों को यूपी पर भरोसा नहीं था, अब वही इसे मॉडल मानते हैं। बेहतर कानून-व्यवस्था की वजह से यूपी में 8 साल में 45 लाख करोड़ से अधिक निवेश प्रस्ताव आए।

यूपी में ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर ड्रोन तक का उत्पादन

सीएम योगी ने बताया कि लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल का उत्पादन शुरू होने से यूपी को हर साल 300–500 करोड़ रुपये का जीएसटी मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान यूपी के युवाओं द्वारा बनाए गए ड्रोन ने देश की ताकत दुनिया को दिखा दी।

एआई, रोबोटिक और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर फोकस

सीएम योगी ने कहा कि तकनीक नौकरी नहीं छीनती, बल्कि नए अवसर देती है। विश्वविद्यालयों को नई तकनीक पर आधारित कोर्स शुरू करने चाहिए ताकि युवा भविष्य के लिए तैयार हों।

दीक्षांत समारोह में छात्रों को मेडल और डिग्री प्रदान की

समारोह में कई छात्रों ने मुख्यमंत्री के हाथों मेडल और डिग्री प्राप्त की। साथ ही कई शोधार्थियों को डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित विश्वविद्यालय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।