अनुपूरक बजट चर्चा में सीएम योगी ने बताया कि 2017 के बाद यूपी में बिजली उत्पादन, महिला सुरक्षा, रोजगार, स्टार्टअप, पेंशन, छात्रवृत्ति और स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक सुधार हुआ है। यूपी अब विकास के नए पथ पर है।

लखनऊ। विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद उत्तर प्रदेश ने ऊर्जा, सुरक्षा, रोजगार और कल्याणकारी योजनाओं के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन देखा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने न केवल कानून-व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया है, बल्कि निवेश, स्टार्टअप और सामाजिक सुरक्षा के मामलों में भी देश के अग्रणी राज्यों में अपनी पहचान बनाई है।

ऊर्जा व्यवस्था पर चुटकी: अब सबको मिल रही है बिजली

मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विषय पर चुटकी लेते हुए कहा कि नेता विरोधी दल ने बिजली पर चर्चा नहीं की, संभवतः इसलिए क्योंकि अब उन्हें भी अच्छी बिजली मिल रही है। उन्होंने कहा कि पहले गांवों में बिजली नियमित नहीं आती थी, लेकिन आज गांवों में बिजली पहुंच रही है और लोग संतुष्ट हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2017 से पहले प्रदेश में कुल बिजली उत्पादन केवल 7,159 मेगावाट था, जबकि आज उत्तर प्रदेश में 11,595 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। घाटमपुर, खुर्जा, अनपरा-ई, ओबरा-डी और मेजा जैसी परियोजनाओं से जल्द ही 6,541 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलेगी। इससे निकट भविष्य में प्रदेश का कुल उत्पादन 18,136 मेगावाट हो जाएगा।

सोलर एनर्जी में यूपी अग्रणी, बिजली खर्च में भारी कमी

मुख्यमंत्री ने बताया कि पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत उत्तर प्रदेश ने 1 गीगावाट सोलर क्षमता हासिल कर ली है और इस क्षेत्र में प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। घरों की छतों पर सोलर पैनल लगने से बिजली का खर्च आधे से भी कम हो गया है। सही रखरखाव से यह योजना लंबे समय तक लाभकारी सिद्ध होगी। सरकार इस दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है।

बेहतर सुरक्षा से बढ़ी महिलाओं की कार्यभागीदारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था का सबसे बड़ा परिणाम यह है कि प्रदेश में महिलाओं की कार्यभागीदारी में ऐतिहासिक वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 से पहले जहां कामकाजी महिलाओं की भागीदारी केवल 13 प्रतिशत थी, वहीं आज यह बढ़कर 35–36 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। महिलाएं अब नाइट शिफ्ट में भी निडर होकर काम कर रही हैं और सुरक्षा को लेकर कहीं कोई समस्या नहीं है।

युवा उद्यमिता और स्टार्टअप इकोसिस्टम को नई मजबूती

सीएम योगी ने कहा कि युवाओं के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना लागू की गई है, जिसके तहत अब तक 1.10 लाख से अधिक युवाओं को गारंटी-मुक्त और ब्याज-मुक्त ऋण दिया जा चुका है। आज उत्तर प्रदेश में 18,000 से अधिक स्टार्टअप, 76 इनक्यूबेटर, 7 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और 8 यूनिकॉर्न सक्रिय हैं। रोजगार के मोर्चे पर भी प्रदेश ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। CMIE के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2017 से पहले प्रदेश में बेरोजगारी दर लगभग 19 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 2.21 प्रतिशत रह गई है।

डीबीटी से पेंशन और छात्रवृत्ति में पूरी पारदर्शिता

मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले दिव्यांग, वृद्ध और निराश्रित महिलाओं की पेंशन बहुत कम और अनियमित थी। आज सरकार डीबीटी के माध्यम से 1 करोड़ 6 लाख परिवारों को ₹12,000 वार्षिक पेंशन सीधे बैंक खातों में दे रही है। छात्रवृत्ति के मामले में पहले घोटाले हुए थे, लेकिन अब सरकार ने व्यवस्था तय की है कि छात्रवृत्ति दीपावली से पहले और शेष मामलों में गणतंत्र दिवस से पहले छात्रों तक पहुंच जाए।

स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, मेडिकल कॉलेजों की संख्या 81

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन हुआ है। अब प्रदेश में 81 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। पहले मरीजों को गोरखपुर, लखनऊ या एम्स रेफर किया जाता था, जिससे परेशानी होती थी। अब सभी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं कि वहीं उपचार की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करें। अमेठी में मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुका है और बलिया में भी मेडिकल कॉलेज की स्थापना की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है।

विकसित उत्तर प्रदेश के लिए 98 लाख से अधिक सुझाव

मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश’ विषय पर शुरू की गई पहल के तहत अब तक 98 लाख से अधिक लोगों ने अपने सुझाव साझा किए हैं। आईआईटी कानपुर के सहयोग से इन सुझावों के आधार पर विभिन्न सेक्टरों में कार्ययोजना तैयार की जा रही है, ताकि वर्ष 2047 तक विकसित उत्तर प्रदेश का लक्ष्य हासिल किया जा सके।

टोकन फंडिंग नहीं, ठोस वित्तीय व्यवस्था

सीएम योगी ने कहा कि सरकार अब टोकन मनी की नीति पर नहीं चलती। पहले 25 करोड़ की सड़क के लिए मात्र 1 लाख रुपये जारी कर दिए जाते थे, जिससे काम नहीं हो पाता था। अब एक साथ 40-50 प्रतिशत राशि जारी की जाती है और 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण होते ही अगली किस्त दी जाती है, जिससे परियोजनाओं की गति बनी रहती है।

शायराना अंदाज में सकारात्मक राजनीति की अपील

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत और अंत शायरी से किया। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि अनावश्यक नकारात्मकता और संकीर्ण दृष्टि से बचें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को पहले काफी नुकसान हो चुका है, अब उसे आगे बढ़ाने का समय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित उत्तर प्रदेश के सपनों को साकार करने के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।