मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि 2017 के बाद उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर, निवेश और रोजगार में बड़ा बदलाव आया है। 22 एक्सप्रेस–वे, 16 एयरपोर्ट और बिना घूस 9 लाख सरकारी नौकरियों ने यूपी की पहचान बदली है।

लखनऊ। विधानसभा में इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगार पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले पौने 9 वर्षों में उत्तर प्रदेश की विकास गति, पहचान और सम्मान में बड़ा परिवर्तन आया है। आज उत्तर प्रदेश देश और दुनिया के निवेशकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बदलाव मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और योजनाबद्ध इंफ्रास्ट्रक्चर विकास का परिणाम है। वर्ष 2017 से पहले प्रदेश की स्थिति किसी से छिपी नहीं थी। सड़कों की हालत खराब थी, मेट्रो के नाम पर मजाक होता था और रेलवे नेटवर्क में केंद्र और राज्य के बीच समन्वय की भारी कमी थी।

2017 से पहले यूपी की बदहाल तस्वीर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश बुनियादी ढांचे की बदहाली से जूझ रहा था। सड़कों पर गड्ढे आम थे और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण प्रदेश की पहचान एक पिछड़े राज्य के रूप में बनती जा रही थी।

तत्कालीन सरकारें मजबूरी में गठबंधन करती थीं, लेकिन विकास के बजाय अराजकता फैलती रही। केंद्र में यूपीए और प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार होने के बावजूद आपसी तालमेल बेहतर नहीं था, जिससे विकास कार्य प्रभावित हुए।

एक्सप्रेस-वे नेटवर्क में ऐतिहासिक विस्तार

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में केवल डेढ़ एक्सप्रेस–वे थे, जबकि आज प्रदेश में 22 एक्सप्रेस–वे हैं। जब ये सभी पूरी तरह संचालित हो जाएंगे, तो देश के कुल एक्सप्रेस–वे नेटवर्क का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा अकेले उत्तर प्रदेश के पास होगा। यह प्रदेश की नई गति और बदलती पहचान का प्रतीक है।

रेलवे, मेट्रो और सड़क कनेक्टिविटी में यूपी अग्रणी

मुख्यमंत्री ने बताया कि रेलवे नेटवर्क के मामले में भी उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे है। लगभग 16,000 किलोमीटर लंबे नेटवर्क के साथ यूपी देश का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क वाला राज्य बन चुका है। इंटरस्टेट कनेक्टिविटी को फोर लेन में बदला गया है और मेट्रो शहरों की संख्या के मामले में भी उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी बन गया है।

हवाई कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में बहुत कम एयरपोर्ट थे, जिनमें से केवल दो पूरी तरह और दो आंशिक रूप से संचालित थे। आज प्रदेश में 16 एयरपोर्ट संचालित हो रहे हैं, जिनमें चार अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट शामिल हैं। इसके साथ ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर), जो भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा, अगले महीने से संचालन शुरू करने जा रहा है। यह उत्तर प्रदेश के विकास की नई पहचान बनेगा।

देश की पहली रैपिड रेल और वॉटर-वे यूपी में

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की पहली रैपिड रेल उत्तर प्रदेश में संचालित हो रही है। इसके साथ ही देश का पहला वॉटर–वे भी यूपी में शुरू किया गया है। वाराणसी से हल्दिया के बीच जलमार्ग को प्रयागराज तक और आगे बलिया से अयोध्या तक विस्तारित करने की योजना पर काम चल रहा है। ये सभी परियोजनाएं सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति का परिणाम हैं।

अहंकार नहीं, काम से मिलता है सम्मान: सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करना समाजवादी पार्टी का अहंकार रहा है। जब कोई पार्टी खुद कहने लगे कि उसने यह कर दिया, तभी अहंकार जन्म लेता है। उन्होंने कहा कि सम्मान तब मिलता है, जब दुनिया खुद कहे कि आपने अच्छा काम किया है। आज दुनिया कह रही है कि उत्तर प्रदेश में अच्छा हो रहा है और इसका सम्मान हर उत्तर प्रदेशवासी को मिल रहा है।

सपा शासन में युवाओं के भविष्य से खिलवाड़

रोजगार के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि 2017 से पहले शिक्षा और भर्ती आयोगों में गंभीर गड़बड़ियां हुईं। उन्होंने आरोप लगाया कि उस दौर में अयोग्य लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया गया। यहां तक कि हाई स्कूल और इंटरमीडिएट में थर्ड डिवीजन पाने वाले लोगों को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया, जिससे युवाओं के भविष्य के साथ अन्याय हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी के युवाओं के साथ सबसे अधिक अन्याय समाजवादी पार्टी के शासनकाल में हुआ।

बिना घूस के 9 लाख सरकारी नौकरियों का रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले पौने नौ वर्षों में प्रदेश में लगभग 9 लाख सरकारी नौकरियां बिना किसी घूसखोरी के दी गई हैं। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड है। उन्होंने हाल ही में हुई 60,244 पुलिसकर्मियों की भर्ती का उदाहरण देते हुए कहा कि इतनी पारदर्शी और बड़े स्तर की भर्ती पहले कभी नहीं हुई।

पुलिस प्रशिक्षण इंफ्रास्ट्रक्चर किया गया मजबूत

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले पुलिस प्रशिक्षण की कुल क्षमता केवल 3,000 थी। पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर के अभाव में प्रशिक्षण अवधि को 9 महीने से घटाकर 6 महीने कर दिया गया था, जिससे गुणवत्ता प्रभावित हुई। उन्होंने कहा, “ट्रेनिंग में जितना पसीना बहेगा, सेवा के दौरान उतना ही खून कम बहेगा।” वर्ष 2017 के बाद पुलिस प्रशिक्षण इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया है ताकि पुलिस बल अधिक सक्षम और पेशेवर बन सके।

भर्ती आयोगों और चयन बोर्ड में किए गए सुधार

मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और पुलिस भर्ती बोर्ड में तकनीकी और प्रशासनिक सुधार किए गए हैं, जिससे भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष बन सकी है।

नकल माफिया पर सख्त कार्रवाई का संकल्प

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा आयोग में हाल ही में एक सेवानिवृत्त डीजीपी की नियुक्ति की गई है। जैसे माफियाओं की कमर तोड़ी गई, वैसे ही नकल माफिया की कमर भी तोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि नकल माफिया की आदतें पिछली सरकारों में बिगड़ीं, लेकिन उन्हें सुधारना हमारी सरकार की जिम्मेदारी है।

इंफ्रास्ट्रक्चर, नौकरियों के साथ रोजगार के नए अवसर

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार केवल औपचारिकता निभाने नहीं, बल्कि व्यवस्था सुधारने के लिए काम कर रही है। उन्होंने “परित्राणाय साधूनां, विनाशाय च दुष्कृताम्” का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य सज्जनों की रक्षा और दुर्जनों को दंड देना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकारी नौकरियों के साथ-साथ एम्प्लॉयमेंट के नए रास्ते भी लगातार खोले जा रहे हैं।