Deoria Crime News: देवरिया में पशु तस्करों की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस टीम पर फायरिंग, जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश घायल होकर गिरफ्तार। ई-रिक्शा चालक की मौत के बाद जांच में जुटी पुलिस ने अवैध असलहे भी किए बरामद।
Deoria Animal Smuggling Case: देवरिया के बरियारपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ की तस्वीर बना दी। ई-रिक्शा को पीछे से मारी गई टक्कर एक साधारण दुर्घटना लग रही थी, लेकिन सच्चाई इससे कहीं ज्यादा गहरी थी।
कौन था ई-रिक्शा चालक और क्यों हो गई उसकी मौत?
बरुआडीह गांव निवासी राम जानी प्रजापति, जो रोज़ी-रोटी के लिए ई-रिक्शा चलाते थे, देवरिया से बैकुंठपुर जा रहे थे। लेकिन उनके गांव के पास पशु लदी पिकअप ने उन्हें ठोकर मार दी, जिससे उनका रिक्शा पलट गया और मौके पर ही उनकी जान चली गई।
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पुलिस को कब और कैसे मिली असली साजिश की भनक?
जैसे ही पुलिस ने घटना की जांच शुरू की, खुलासा हुआ कि टक्कर मारने वाला वाहन केवल एक पिकअप नहीं था, वह पशु तस्करों से भरा पड़ा था। जांच के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके नाम थे खुर्शीद शाह और मुनाब अली।
क्या हुआ जब पुलिस ने आरोपियों को घटनास्थल पर ले जाकर जांच शुरू की?
रात में पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची ताकि मामले की गहराई से जांच हो सके। लेकिन तभी पिकअप में छिपाए गए अवैध हथियारों से आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। ये हमला पुलिस के लिए बिल्कुल अप्रत्याशित था।
पुलिस ने कैसे संभाला मोर्चा और बचाई अपनी जान?
पुलिस टीम ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। इसमें दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी और वे वहीं गिर पड़े। उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर महार्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। पुलिस ने घटनास्थल से तमंचे और कारतूस भी बरामद किए।
क्या है इन तस्करों का आपराधिक इतिहास? कितने केस दर्ज हैं?
खुर्शीद शाह के खिलाफ सात संगीन मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें हत्या की कोशिश, गौहत्या, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट तक शामिल हैं। मुनाब अली पर भी कई गंभीर मामले चल रहे हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट और गिरोहबंदी के आरोप हैं।
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