सार

उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नबर दो पर एक शव पड़ा था। पास में उसके दो बच्चे खड़े थे, जिसमें एक दो साल तो दूसरा तीन साल का था। मासूमों को यह नहीं पता था कि उनके पिता की मौत हो गई। वह तो यही समझ रहे थे कि पापा सो रहे हैं।

मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर एक यात्री का शव बुधवार को मिला। दुखद बात यह थी कि मृतक के पास उसके दो मासूम बच्चे भी बैठे हुए थे। दोनों मासूमों को यह नहीं पता था कि अब उनके पिता इस दुनिया में नहीं रहे। उन्हें तो यही लग रहा था कि पापा गहरी नींद में सोए हुए हैं। जिस किसी ने यह मंजर देखा उसकी आंखों में आंसू आ गए। बाद में घटना की जानकारी लगते ही रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उठाकर पड़ताल की गई।

मृतक किस ट्रेन से उतरा...कहां जा रहा था, कुछ नहीं पता

दरअसल, रेलवे स्टेशन के प्लेटफर्म नंबर 2 की यह घटना है। करीब दो घंटे से शव पड़ा था, लेकिन प्रशासन ने इसकी सुध ही नहीं ली। दो घंटे बाद रेलवे टीम और रेलवे पुलिस ने मौके पर पहुंची तो शव को उठाया गया। वहीं मृतक के पास से दो बच्चों के अलावा एक बैग भी मिला है। जिसमें खाने के सामान और दवाएं, अधार कार्ड रखा हुआ था। पुलिस की जांच में बताया गया कि मृतक के आधार कार्ड में नाम सोनू निवासी अजमेरी गेट नई दिल्ली लिखा है। जिसकी उम्र करीब 45 साल बताई जा रही है। जिसके बाद रेलवे अधिकारियों ने मृतक के परिवार का पता लगाने के लिए जीआरपी टीम को दिल्ली भेज दिया है। ताकि बच्चों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा सके। वहीं मृतक किसी ट्रेन से उतरा है और कहां से आया है, इस बात की भी कोई जानकारी नहीं है। नहीं उनके पास कोई टिकट मिला है। वहीं पुलिस को आशंका यह भी है कि मृतक भिखारी तो नहीं था जो स्टेशन पर ही रहकर अपना गुजारा करता हो।

सुबह से दोनों मासूम न हंसे और न ही रोए

बता दें कि मृतक मासूम बच्चों में एक बेटा दो साल तो दूसरा तीन साल का है। दोनों अपने पिता के शव के पास गुमसुम हालत में खड़े थे। वह ना तो रो रहे थे और ना ही उनके चेहरे पर मुस्कान थी। रेलवे चाइल्ड लाइन व महिला कांस्टेबल ने दोनों से उनका नाम और पता जानने की खूब कोशिश की, लेकिन मासूम कुछ भी नहीं बोल पाए। उनको तो इस बात का भी पता नहीं था कि उनके साथ क्या हुआ है। वह जिस पिता के पास खड़े हैं अब वह खभी नहीं उठने वाले हैं। वह तो यही समझ रहे थे कि पापा की नींद लगी है।

दोनों बच्चों ने मनाने के बाद भी नहीं खाया खाना

पुलिस को आशंका है कि मृतक सोनू की मौत किसी गंभीर बीमारी की वजह से हुई है। क्योंकि शव के पास से एक दावाओं का बैग जो मिला है। हलांकि इन दवाओं की पड़ताल करन के बाद ही बताया जा सकता है कि मृतक क किसी बीमारी से पीड़ित था। वहीं पोस्टमार्टम भी किया जा रहा है, जिससे और मामला क्लियर हो जाएगा। वहीं दोनों बच्चों को जीआरपी ने चाइल्ड लाइन को सौंप दिया है। चाइल्ड हेल्प लाइन बच्चों की काउंसलिंग कर रही है। काउंसलर विनीत का कहना है कि बच्चे मुंह से एक शब्द तक नहीं बोल रहे हैं। इतना ही नहीं काफी मनाने के बाद भी उन्होंने खाना भी नहीं खाया है। वहीं काउंसलर का कहना है कि बच्चों को सदमा भी लग सकता है, इसलिए वह समझ ही नहीं पा रहे हैं कि उनके साथ हुआ क्या है।