सार
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मामले में पुलिस की ओऱ से एक एफआईआर दर्ज की गई है। इसको लेकर थाना प्रभारी की ओऱ से तहरीर दी गई। हत्यारों ने बताया कि पहचान बनाने के लिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया।
प्रयागराज: मीडियाकर्मियों के वेष में आए हमलावरों ने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद यूपी पुलिस एलर्ट पर है। प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं औऱ माफिया और उसके भाई के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराने का निर्देश भी दिया गया है। दोनों को शवों को कसारी-मसारी कब्रिस्तान में ही दफन किया जाएगा।
मीडियाकर्मियों के बीच से आए लोगों ने की फायरिंग
अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद पुलिस की ओऱ से एक एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इस एफआईआर में पुलिस ने जानकारी दी कि रात में तकरीबन 10 बजकर 35 मिनट पर अतीक और अशरफ को चिकित्सालय ले जाया गया था। चिकित्सालय के द्वार से जैसे ही पुलिसकर्मी और अभियुक्त 10-15 कदम बढ़े तो मीडियाकर्मियों के द्वारा अतीक और अशरफ को घेर लिया गया। इस बीच बाईट देने को इच्छुक अतीक और अशरफ वहां पर चलते-चलते थम गए। इसी बीच मीडियाकर्मियों की भीड़ से दो मीडियाकर्मियों में से एक ने कैमरा औऱ माइक छोड़कर हथियार निकाल लिया और गोलीबारी शुरू कर दी। इस बीच तीसरे मीडियाकर्मी ने भी फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने मौके से मीडियाकर्मियों के भेष में आए तीनों हत्यारों को पकड़ा और अतीक और अशरफ को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
'भविष्य में लाभ के लिए दिया घटना को अंजाम'
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वह अतीक और अशरफ का सफाया करके अपनी पहचान बनाना चाहते थे। भविष्य में निश्चित ही उन्हें इसका लाभ मिलता। हालांकि वह पुलिस के घेरे का अनुमान नहीं लगा पाए और पकड़े गए। आरोपियों ने बताया कि जब से उन्हें अतीक और अशरफ की रिमांड की सूचना मिली थी तब से वह मीडियाकर्मी बनकर घूम रहे थे। सही मौका न मिलने के चलते वह पहले दोनों को नहीं मार पाए थे। आपको बता दें कि यह तहरीर थाना प्रभारी धूमनगंज के द्वारा दी गई है।
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