सार
प्रयागराज. महाकुंभ 2025 राजसी स्नान जिसे इस बार अमृत स्नान नाम दिया गया है, जिसमें अब तक 8 अखाड़ों ने राजसी स्नान किया है। देश के सबसे बड़े और धनी श्री महानिर्वाण अखाड़ा और उसके साथ श्री शंभू पंचदशनाम अटल अखाड़ा ने सबसे पहले राजसी स्नान किया।
- दूसरे नंबर पर श्री तपोनिधि पंचायती दशनाम निरंजनी अखाड़ा और उसके साथ श्री पंचायती आनंद अखाड़ा के साधु संतो ने राजसी स्नान सकुशल किया।
- तीसरे क्रम में श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा और श्री पंचाग्नि अखाड़ा स्नान किया।
- इन अखाड़ों के बाद किन्नर अखाड़ा ने स्नान किया। इसी के साथ प्रमुख अखाड़ों का राजसी स्नान पूरा हो गया।
अभी इन अखाड़ों के संतों ने नहीं किया अमृत स्नान
- बचे अखाड़ों में ये है शामिल बैरागी अखाड़ों का स्नान इसके बाद अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा, अखिल भारतीय श्री पंच दिगम्बर अनी अखाड़ा, और अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा स्नान करेंगे, जिनका समय क्रमशः 09.40, 10.20 और 11.20 बजे है।
- उदासीन अखाड़ों का स्नान उदासीन अखाड़ों का स्नान क्रम में उदासीन श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा 12.15 बजे स्नान करेगा, इसके बाद श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन निर्वाण स्नान करेगा।
- अंतिम अमृत स्नान - श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा अंत में श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा 14.40 बजे अमृत स्नान करेगा। इसका स्नान कार्यक्रम 15.40 बजे शुरू होकर 16.20 बजे समाप्त होगा।
महाकुंभ में अत्यधिक महत्व रखता है अमृत स्नान
महाकुंभ के इस अमृत स्नान का आयोजन मकर संक्रांति और बसंत पंचमी के पावन अवसर पर किया जा रहा है, जो महाकुंभ के श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक महत्व रखता है।
दुनिया भर से आए श्रद्धालुओं ने किया अमृत स्नान
मकर संक्रांति पर महाकुम्भ में भारत के हर राज्य और हर जाति लोगों ने एक साथ संगम में अमृत स्नान किया। इसके साथ दुनिया भर के कई देशों के श्रद्धालु भी पहुंचे और जय श्री राम, हर हर गंगे, बम बम भोले के उद्घोष के साथ भारतीय जनमानस के साथ घुल मिल गए। पहले अमृत स्नान पर महाकुम्भ नगर में एकता का महाकुम्भ नजर आया। यहां भारत की सनातन संस्कृति से अभिभूत विदेशी नागरिकों ने परिवार के साथ पहुंचकर गंगा स्नान किया। जय श्री राम, हर हर गंगे का नारा लगाकर लोग उत्साह से लबरेज नजर आए।