सार

सरोजनीनगर से 3 बार विधायक रहे और पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला का मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। बीमारी के चलते वह मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन पर तमाम नेताओं ने दुख प्रकट किया।

लखनऊ: पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला का मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती थे और कई दिनों से उनका इलाज जारी था। शारदा प्रताप शुक्ला के निधन की सूचना मिलने के साथ ही उनके समर्थकों और सरोजनीनगर क्षेत्र में शोक की लहर देखी जा रही है। वह रहीम नगर पड़ियाना गांव के निवासी थे और सरोजनीनगर से लगातार तीन बार विधायक रहे थे। इस बार बार वह मंत्री भी रहे।

विधायक राजेश्वर सिंह ने ट्वीट कर जताया दुख

शारदा प्रताप शुक्ला के निधन के बाद विधायक राजेश्वर सिंह के द्वारा ट्वीट कर दुख प्रकट किया गया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि 'स्तब्ध हूँ, निःशब्द हूँ..!! सरोजनीनगर भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य, पूर्व मंत्री श्री शारदा प्रताप शुक्ला जी का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदना शोकसंतप्त परिजनों के साथ है, ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।' इसी के साथ बीजेपी के कई अन्य नेताओं के द्वारा भी शारदा प्रताप शुक्ला के निधन पर शोक व्यक्त किया गया है।

 

मंत्री दयाशंकर सिंह ने जताया दुख

मंत्री दयाशंकर सिंह के द्वारा ट्वीट कर लिखा गया कि, उ०प्र० सरकार के पूर्व मंत्री वरिष्ठ नेता श्री शारदा प्रताप शुक्ला जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। मैं पुण्यात्मा को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्मा को शांति व परिवार जनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करेंl

 

 

सपा से किनारा कर ज्वाइन की थी भाजपा

ज्ञात हो कि शारदा प्रताप शुक्ला को मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता था। वह 2017 की सरकार में मंत्री रहे। 2022 के चुनाव से पहले ही वह 5 फरवरी 2022 को भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा में शामिल होने के साथ ही उन्होंने सपा की नीतियों और कार्यों को लेकर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने उस दौरान अखिलेश यादव और शिवपाल यादव पर निशाना साधा था। शारदा प्रताप शुक्ला के साथ ही उनके कई समर्थकों ने भी उस समय सपा से किनारा करते हुए भाजपा ज्वाइन की थी। उनके निधन के बाद कई पुराने समाजवादी नेताओें के द्वारा भी शोक व्यक्त किया जा रहा है।

सपा रालोद गठबंधन में दिखी रार, दोनों दलों की इस गलती के बाद कोई पीछे हटने को तैयार नहीं