सार
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग धर्मांतरण मामले में पकड़े गए मुख्य आरोपी शाहनवाज खान बद्दो से पूछताछ में लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं। यूपी पुलिस ने दावा किया है कि यह पूरा रैकेट पाकिस्तान से ऑपरेट हो सकता है।
गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग धर्मांतरण (Ghaziabad Online Gaming Conversion) मामले में पकड़े गए मुख्य आरोपी शाहनवाज खान बद्दो से पूछताछ में लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं। यूपी पुलिस ने दावा किया है कि यह पूरा रैकेट पाकिस्तान से ऑपरेट हो सकता है। वजह, बद्दो का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। उसके मोबाइल फोन की जांच-पड़ताल में पाकिस्तान के 30 फोन नंबर सेव मिले हैं।
गाजियाबाद का ऑनलाइन गेमिंग धर्मांतरण केस और आरोपी शाहनवाज खान बद्दो के खुलासे
पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में शाहनवाज खान उर्फ बद्दो के पास 6 संदिग्ध ईमेल अकाउंट होने का भी पता चला है। इनके इनबॉक्स में पाकिस्तान से आए ईमेल मिले। अतिरिक्त सबूत जुटाने के लिए पुलिस ने आरोपी के दो मोबाइल फोन और उसका कम्प्यूटर सीपीयू जब्त कर लिया है।
डीसीपी सिटी निपुन अग्रवाल के मुताबिक, बद्दो 6 अलग-अलग ईमेल खाते ऑपरेट कर रहा था। इनमें दो ऑनलाइन गेमिंग उद्देश्यों के लिए खरीदे गए थे। आरोपी को हाल ही में ट्रांजिट रिमांड पर महाराष्ट्र के ठाणे से यहां लाया गया है। मंगलवार(13 जून) को गाजियाबाद की एक कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
डीसीपी ने यह भी कहा कि साइबर क्राइम सेल आरोपी के पास पाए गए 30 फोन नंबरों का एनालिसिस कर रही है, ताकि उसके पाकिस्तानी कनेक्शन के बारे में अधिक जानकारी उजागर की जा सके। अगर इन फोन नंबरों के संबंध में कोई आपत्तिजनक सबूत मिलता है, तो पुलिस खान के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(National Security Act) लागू करेगी।
क्या है गाजियाबाद ऑनलाइन गेमिंग धर्मांतरण केस?
30 मई को गाजियाबाद के थाना कविनगर क्षेत्र में एक नाबालिग बच्चे के पिता ने FIR दर्ज कराई थी। इसमें कहा गया था कि उनके बेटे का एक गेमिंग ऐप के जरिए बहला-फुसलाकर धर्मांतरण किया गया। पुलिस ने इस मामले में तत्काल एक्शन लिया और एक मौलवी को गिरफ्तार किया। मौलवी से पूछताछ के बाद शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बद्दो का नाम सामने आया था। पुलिस को अभी 4 केस मिले हैं, लेकिन आशंका है कि ये संख्या हजारों में हो सकती है। ये लोग ऑनलाइन गेम खिलाते हुए बच्चों को इस्लामिक रीति-रिवाज अपनाने के लिए ब्रेन वॉश करते थे। ये प्रतिबंधित इस्लामिक प्रवक्ता जाकिर नाईक के वीडियो दिखाते थे।
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